चेन्नई-NewsXpoz : भारतीय महिला क्रिकेट ने वनडे सीरीज के बाद इकलौते टेस्ट में साउथ अफ्रीका को परास्त कर दिया. चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में टीम इंडिया ने 10 विकेट से जीत हासिल कर ली. भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. टीम इंडिया ने पहली पारी में 9 विकेट पर 603 रन बनाए. उसके बाद साउथ अफ्रीका की टीम 266 रन पर सिमट गई. इसके बाद फॉलोऑन खेलते हुए वह 373 रन पर ऑलआउट हो गई. भारत ने 37 रन के टारगेट को बिना विकेट गंवाए हासिल कर लिया.
9.2 ओवर में भारत ने टारगेट चेज किया : पिछले साल ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को बड़े अंतर से हराने के बाद भारत ने घरेलू मैदान पर इस प्रारूप पर अपना दबदबा बनाए रखा. शेफाली वर्मा और शुभा सतीश ने टेस्ट मैच के आखिरी घंटे में मात्र 9.2 ओवर में भारत को जीत दिला दी. पहली पारी में रिकॉर्ड तोड़ दोहरा शतक लगाने वाली शेफाली 24 रन बनाकर नाबाद रहीं, जबकि सतीश 13 रन बनाकर नाबाद रहीं.
मैच में लगी रिकॉर्ड्स की झड़ी : इस मैच में कई रिकॉर्ड टूटे और कई मील के पत्थर दर्ज किए गए. शेफाली और स्मृति मंधाना ने पहली पारी में रिकॉर्ड बनाए. दोनों ने 292 रनों की साझेदारी की, जो दुनिया की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है. शेफाली टेस्ट में मिताली राज के बाद दोहरा शतक लगाने वाली दूसरी भारतीय बनीं और वह पहली पारी में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाली भी बनीं. युवा ओपनर ने अपना दोहरा शतक पूरा करने के लिए केवल 194 गेंदें लीं और एनाबेल सदरलैंड के 248 गेंदों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया.
शेफाली और मंधाना का कमाल : शेफाली अब सबसे तेज शतक बनाने वाली भी हैं, उन्होंने 113 गेंदों में अपना शतक बनाया. जेनेट ब्रिटिन के 1984 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. ब्रिटिन ने 137 गेंदों में अपना शतक बनाया था. मंधाना ने भी अपना जादुई प्रदर्शन जारी रखा और पांच मैचों में अपना चौथा इंटरनेशनल शतक बनाया. उन्होंने 149 रन बनाए और दोहरा शतक बनाने से चूक गईं.
स्नेह राणा ने रचा इतिहास : भारत ने पहली पारी में 603/6 रन बनाए, जो महिला टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर है. भारत के लिए स्नेह राणा ने पहली पारी में आठ विकेट लिए और एक पारी में आठ विकेट लेने वाली तीसरी महिला खिलाड़ी बनीं. दूसरी पारी में उन्होंने दो और विकेट लिए, जिससे वह एक मैच में 10 विकेट लेने वाली दूसरी भारतीय और कुल मिलाकर 12वीं खिलाड़ी बन गईं. स्नेह ने एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया. वह एक टेस्ट मैच में 10 विकेट लेने वाली भारत की पहली स्पिनर बनीं. इससे पहले पूर्व तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ऐसा कर चुकी हैं.