जयपुर : स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने पेपर लीक के मामले में एग्जाम कराने वाली टीसीएस कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जगजीत सिंह समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जेल प्रहरी भर्ती-2018 का जगजीत ने ही पेपर लीक किया था। उसने अपने इंजीनियर दोस्त की मदद से 60 लाख रुपए में पेपर का सौदा किया था। एसओजी इस मामले में अब तक 15 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है।
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एसओजी ने जगजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। वह अभी उत्तरप्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में रह रहा था। इसके साथ करण कुमार निवासी जमशेदपुर (झारखंड) को गिरफ्तार किया गया है। जो देहरादून के कोतवाली में रह रहा था। आरोपी जगजीत को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 12 दिन के रिमांड पर सौंपा गया है। एसओजी ने पेपर लीक मामले में शामिल एक आरोपी देववत्त को चेन्नई से पकड़ा है, जिसे देर रात तक एसओजी जयपुर ले आएगी।
आरोपी करण से पूछताछ में एसओजी को टीसीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर जगजीत के पेपर आउट करने का पता चला। टीसीएस कंपनी पर ही पेपर कराने का जिम्मा था। एसओजी की टीम ने जगजीत के बारे में जानकारी जुटाई। 23 मार्च की रात नोएडा में दबिश देकर जगजीत को पकड़ा। जगजीत ने हरियाणा निवासी देववत्त नाम के दोस्त के जरिए पेपर का सौदा करण से करना कबूल किया।
एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वीके सिंह ने बताया कि पहले एसओजी ने इस मामले में संदीप कादियान नामक आरोपी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान, उन्होंने बताया कि उन्होंने जमशेदपुर में करण से परीक्षा की उत्तर कुंजी प्राप्त करने के संबंध में मुलाकात की थी। इस जानकारी के आधार पर, करण को 23 मार्च को देहरादून से गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने आगे बताया कि जगजीत ने करण को लीक किया गया प्रश्न पत्र प्रदान किया था, और दोनों से पूछताछ की जा रही है। अक्तूबर 2018 में जेल प्रहरी सीधी भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी। इस मामले में एसओजी ने अब तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मास्टरमाइंड, ब्रोकर और जेल गार्ड शामिल हैं।