वॉशिंगटन-NewsXpoz : अमेरिकी संसद में मौजूद पांच भारतीय मूल के अमेरिकी सांसदों ने जो बाइडन के राष्ट्रपति पद की रेस से हटने के फैसले की तारीफ की है, लेकिन इनमें से तीन ने ही कमला हैरिस को राष्ट्रपति बनाए जाने का समर्थन किया है। कमला हैरिस अमेरिकी इतिहास की पहली उम्मीदवार हैं, जो राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हो सकती हैं। साथ ही वे अमेरिका की पहली अश्वेत महिला उपराष्ट्रपति भी हैं।
अमेरिकी संसद में अभी भारतीय मूल के राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, श्री थानेदार, प्रमिला जयपाल और एमी बेरा सांसद हैं, ये भी डेमोक्रेट पार्टी से जुड़े हैं। इनमें से अभी रो खन्ना, श्री थानेदार और प्रमिला जयपाल ने ही कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन दिया है। भारतीय मूल के सांसदों में प्रमिला जयपाल ने सबसे पहले कमला हैरिस को समर्थन देने का एलान किया। जयपाल चार बार की सांसद हैं और अमेरिका के निचले सदन के लिए निर्वाचित होने वाली भारतीय मूल की पहली महिला हैं। हाल के कुछ वर्षों में डेमोक्रेट पार्टी में प्रमिला जयपाल का कद बढ़ा है और वह पार्टी की मजबूत आवाज बनकर उभरी हैं।
प्रमिला जयपाल के अलावा भारतीय मूल के रो खन्ना और श्री थानेदार ने भी कमला हैरिस के नाम का समर्थन किया। तीनों सांसदों ने जो बाइडन की भी तारीफ की। इनके अलावा स्टेट सीनेटर सुहास सुब्रमण्यम ने भी कमला हैरिस की राष्ट्रपति पद की दावेदारी का समर्थन किया। अन्य सांसदों ने भी अभी खुलकर कमला हैरिस को समर्थन नहीं दिया है।
जो बाइडन के राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर होने के बाद अगस्त में डेमोक्रेट पार्टी के नेशनल कन्वेंशन पर सभी की निगाहें टिक गई हैं। अब कन्वेंशन में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है। कन्वेंशन से पहले वर्चुअली भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर सहमति बन सकती है। यदि कोई अन्य नेता राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी करता है तो उसे कन्वेंशन में 600 पार्टी सदस्यों का समर्थन हासिल करना होगा। साथ ही कन्वेंशन में भी समर्थन जुटाना होगा। अगर एक से ज्यादा उम्मीदवार होंगे तो उनके बीच चुनाव होगा।