बिहार : रेड लाइट एरिया से पुलिस ने बरामद की नाबालिग लड़की

Bihar-Saharsa-Girl

सहरसा : सहरसा जिले से मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। पांच साल पहले अपने माता-पिता के साथ ट्रेन यात्रा के दौरान बिछड़ी एक नाबालिग लड़की, मानव तस्करों के चंगुल में फंस कर रेड लाइट एरिया में पहुंच गई थी। वर्षों की प्रताड़ना और अनैतिक कार्यों में जबरन धकेले जाने के बाद, आखिरकार एक मौका पाकर पीड़िता ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस से मदद मांगी। सूचना मिलते ही सक्रिय हुई पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लड़की को मुक्त कराया और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के मुताबिक, घटना सहरसा शहरी क्षेत्र के चांदनी चौक स्थित रेड लाइट एरिया की है। जहां सहरसा पुलिस, सखी वन स्टॉप सेंटर और महिला थाना की संयुक्त टीम ने मुख्यालय डीएसपी सह एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के नोडल अधिकारी कमलेश्वरी प्रसाद सिंह के नेतृत्व में छापामारी की। टीम ने मौके से एक नाबालिग लड़की को बरामद किया और मुख्य आरोपी सेराज नट को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के घर को सील कर दिया गया है।

डीएसपी कमलेश्वरी प्रसाद सिंह ने बताया कि पुलिस को लड़की की सूचना सोमवार की देर शाम मिली, जब उसने किसी के मोबाइल से 112 पर कॉल कर मदद की गुहार लगाई। पुलिस अधीक्षक हिमांशु ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एक टीम गठित की, जिसने लड़की की लोकेशन ट्रेस की और रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया।

पुलिस काउंसलिंग के दौरान लड़की ने बताया कि उसकी उम्र जब लगभग 10 साल थी, तब वह अपने माता-पिता के साथ ट्रेन से कहीं जा रही थी। उसी दौरान वह भीड़ में बिछड़ गई। तभी कुछ लोगों ने उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले लिया और बाद में उसे सहरसा के रेड लाइट एरिया में बेच दिया गया। शुरू में उससे घर के काम-काज कराए गए, लेकिन धीरे-धीरे उसे अनैतिक कार्यों में जबरन धकेल दिया गया। जब भी उसने विरोध किया, उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।

पीड़िता ने बताया कि वह नेपाल बॉर्डर से सटे इलाके की रहने वाली है और उसे अपने पिता का नाम तो याद है, लेकिन घर का पूरा पता नहीं मालूम। पुलिस ने लड़की के बयान के आधार पर नेपाल और नेपाल से सटे भारतीय क्षेत्रों की पुलिस से संपर्क किया है, ताकि उसके माता-पिता का पता लगाया जा सके।

डीएसपी कमलेश्वरी प्रसाद सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी सेराज नट के खिलाफ देह व्यापार और मानव तस्करी से जुड़े गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया जारी है। पुलिस का कहना है कि अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच की जाएगी, ताकि इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों को भी पकड़ा जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।