नई दिल्ली-NewsXpoz : भारतीय मूल के प्रमुख कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने बुधवार को कहा कि खालिस्तान समर्थक कनाडा में स्वतंत्रता के अधिकारों का दुरुपयोग कर रहे हैं। उनका बयान एक दिन पहले हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ के बाद आया है। इस दौरान कनाडाई सांसद ने हिंदू-कनाडाई समुदायों के खिलाफ नफरत भरी हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर भी चिंता व्यक्त की। इसके अलावा, सांसद आर्य ने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के उस वीडियो का भी जवाब दिया, जिसमें उसने आर्य व उनके हिंदू-कनाडाई दोस्तों से भारत लौटने की मांग की है।
पीएम जस्टिन त्रूदो की पार्टी के सदस्य सांसद चंद्र आर्य ने पन्नू को जवाब देते हुए कहा, हमने (हिंदुओं) कनाडा के सामाजिक- आर्थिक विकास में बहुत सकारात्मक और उत्पादक योगदान दिया है। हिंदुओं ने अपने इतिहास के साथ कनाडा के बहुसांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध किया है। हम हिंदू दुनिया के सभी हिस्सों से कनाडा में आए हैं और कनाडा हमारी भूमि है।
हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ के बाद कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट किया। जिसमें कहा, ‘एडमोंटन में हिंदू मंदिर बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में फिर से तोड़फोड़ की गई है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान, ग्रेटर टोरंटो क्षेत्र, ब्रिटिश कोलंबिया और कनाडा के अन्य स्थानों में हिंदू मंदिरों को घृणित मानसिकता के चलते नष्ट कर दिया गया है। सिख्स फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नून ने पिछले साल सार्वजनिक रूप से हिंदुओं से भारत वापस जाने का आह्वान किया था।’
उन्होंने आगे उल्लेख किया कि खालिस्तान समर्थकों ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या पर ब्रैम्पटन और वैंकूवर में सार्वजनिक रूप से जश्न मनाया था और घातक हथियारों की तस्वीरें लहराईं थीं।
कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा, मैं हमेशा कहता रहा हूं कि खालिस्तानी समर्थक नफरत और हिंसा की अपनी सार्वजनिक बयानबाजी से आसानी से बच जाते हैं। इसे लेकर हिंदू कनाडाई चिंतित हैं। उन्होंने कनाडा की कानून प्रवर्तन एजेंसियों से इस मुद्दे को गंभीरता से लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, इससे पहले कि खालिस्तान चरमपंथियों की ये बयानबाजी हिंदू कनाडाई लोगों के खिलाफ शारीरिक कार्रवाई में बदल जाए, एजेंसियां इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करें।