चक्रवाती तूफान असना का इन राज्यों में दिखेगा असर, होगी भारी बारिश

Cyclone-Asna

नई दिल्ली : अरब सागर में 1976 के बाद अगस्त में चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है जिसका नाम ‘असना’ है. गुजरात में मूसलाधार बारिश और बाढ़ का कारण बना गहन ‘अवदाब’ कच्छ के अपतटीय और पास के पाकिस्तानी इलाके में चक्रवात ‘असना’ के रूप में तब्दील हो चुका है. इस संबंध में मौसम विभाग की ओर से जानकारी दी गई है.

मौसम विभाग ने बताया कि वर्ष 1891 और 2023 के बीच अगस्त के दौरान अरब सागर में केवल तीन चक्रवाती तूफान आये (1976, 1964 और 1944 में) हैं. आईएमडी ने चक्रवात असना के खतरे को देखते हुए कर्नाटक के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है. 31 अगस्त को गुजरात में बहुत भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया गया है.

गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में बन रहा चक्रवात इस समय के लिए असामान्य है. अनुमान है कि यह अरब सागर में आगे बढ़ेगा और ओमान की ओर चला जाएगा. कच्छ तट, पाकिस्तान के कुछ हिस्सों और उत्तर-पूर्वी अरब सागर पर बना गहरा दबाव 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, यह चक्रवात असना में बदल गया है और गुजरात के भुज से लगभग 190 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम में स्थित नजर आया.

गुजरात में हाल ही में हुई बारिश के कारण पिछले चार दिनों में 26 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 18,000 से ज़्यादा लोगों को निकाला गया है और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित इलाकों से करीब 1,200 लोगों को बचाया जा चुका है. शुक्रवार सुबह तक गुजरात के ज्यादातर इलाकों में बारिश कम हो गई थी, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि नदियों के उफान के कारण कई शहरों और गांवों में जलभराव अभी भी है.

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