धनबाद : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी माधवी मिश्रा के निर्देश पर डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने वासेपुर, रमज़ान मंजिल, कबाड़ी पट्टी में कंटेनर सर्वे, लार्वानाशी दवा का छिड़काव सहित अन्य कदम उठाए।
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानू प्रतापन तथा वीबीडी सलाहकार श्री रमेश कुमार सिंह ने बताया कि 19 जुलाई को एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में डेंगू के दो संभावित लक्षण वाले मरीज के ब्लड सैंपल की जांच एलाइजा माध्यम से की गई। जांच में एक मरीज के धनात्मक होने की पुष्टि की गई।
डेंगू मरीज वासेपुर, रमजान मंजिल, कबड्डी पट्टी का निवासी है। वह 4 जुलाई को अपने मायके गया बिहार गई थी। वहां से लौटने पर 11 जुलाई को बुखार शुरू हुआ। बुखार आने पर धनबाद नर्सिंग होम में भर्ती हुई। वहां एनएसआई जांच के आधार पर डेंगू बताया गया। मरीज के स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने के कारण 18 जुलाई को जांच की गई। जांच में वह ऋणात्मक पाया गया। रोगी का ब्लड सैंपल एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी में भेजा गया। जहां 20 जुलाई को एलाइजा जांच में घनात्मक पाया गया।
19 जुलाई को जिला स्तरीय टीम गठित कर वासेपुर, रमजान मंजिल, कबाड्डी पट्टी में कंटेनर सर्वे, लार्वानाशी दवा का छिड़काव, जन जागरूकता कार्यक्रम, हैंड बिल का वितरण के साथ-साथ घनात्मक मरीज के घर के आस-पास के कुल 36 घरों की जांच की गई। जांच के दौरान कोई भी डेंगू के संभावित लक्षण वाले मरीज नहीं मिले।
आज पुनः जिला स्तरीय टीम द्वारा वासेपुर, रमजान मंजिल, कबाड्डी पट्टी में कंटेनर सर्वे, लार्वानाशी दवा का छिड़काव, जन जागरूकता कार्यक्रम, हैंड बिल का वितरण के साथ-साथ घनात्मक मरीज के घर के आस-पास के कुल 81 घरों की जांच की गई। जांच के दौरान कोई भी डेंगू के संभावित लक्षण वाले मरीज नहीं मिले। साथ-साथ मरीज के घर के आसपास एवं घर के अंदर कुल 15 घरों में फागिंग की गई तथा सभी प्रकार के निरोधात्मक कार्य किए जा रहे हैं।