धनबाद : चूल्लु भर पानी से कैसे बुझेगी सदर अस्पताल की आग!, फायर फाइटिंग सिस्टम का हाल बेहाल

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धनबाद-NewsXpoz : सदर अस्पताल में एक करोड़ की लागत से बना फायर फाइटिंग सिस्टम बेकाम है। धनबाद के सदर अस्पताल में जमशेदपुर की कंपनी बीआर इंटरप्राइजेज को फायर फाइटिंग सिस्टम लगाने का जिम्मा दिया गया था। इसमें एक करोड़ दो लाख की राशि खर्च की गई।

धनबाद : चूल्लु भर पानी से कैसे बुझेगी सदर अस्पताल की आग!, फायर फाइटिंग सिस्टम का हाल बेहाल👉👉 newsxpoz.com/dhn-sadar-ho…सदर अस्पताल में एक करोड़ की लागत से बना फायर फाइटिंग सिस्टम बेकाम है। जमशेदपुर की कंपनी बीआर इंटरप्राइजेज को फायर फाइटिंग सिस्टम लगाने का जिम्मा दिया गया था। Follow Us 🙏 NewsXpoz🙏 Whatsapp Channel👇: whatsapp.com/channel/0029…

NewsXpoz (@newsxpoz.bsky.social) 2025-05-14T05:08:40.041Z

वर्ष 2024 में सिस्टम लगा दिया गया। हद तो तब हो गई, जब इतनी कवायद के बाद इसे काम के लिए तैयार ही नहीं किया गया। फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए अस्पताल की छत पर बनी टंकी में पानी तक नहीं भरा गया है।

NewsXpoz की टीम ने जब अस्पताल का निरीक्षण किया तो पाया कि इसकी टंकी की तली में कुछ पानी है। इसकी सफाई कई महीनों से नहीं हुई तो काई जम गई थी। टंकी से निकलकर फायर फाइटिंग सिस्टम के पाइप विभिन्न विभागों में गए हैं। अस्पताल की छत पर फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए टंकी में पानी न होने की बात चिंताजनक है। यह न केवल अस्पताल के लिए बल्कि मरीजों और कर्मचारियों के लिए भी एक गंभीर सुरक्षा खतरा है।

टंकी खाली होना व्यवस्था पर उठा रहा सवाल : इस सिस्टम के तहत पाइप में जगह-जगह सेंसर हैं। पाइप में 24 घंटे पानी रखना है। आग लगने पर उसके धुएं पर यह सेंसर क्रियाशील हो जाते हैं। इसके अंदर की नली फट जाती है, साथ ही पानी फव्वारे के रूप में गिरने लगता है। इसके अतिरिक्त आग को बुझाने के लिए अलग से भी पाइप लगाए गए हैं, जिनसे सीधे कोई भी आग पर पानी फेंक सकता है।

 ऐसे में सिस्टम स्थापित होने के बाद भी उसकी टंकी को खाली रखना समूची व्यवस्था पर सवाल उठाता है। इस अस्पताल में 98 बेड की व्यवस्था है। अमूमन हर मरीज के साथ एक दो तीमारदार भी रहते हैं। आउटडोर में भी रोज 100 से अधिक मरीज आते हैं। अस्पताल में करीब 70 डाक्टर व कर्मी हैं। ऐसे में करीब 500 से अधिक लोग अस्पताल में रहते हैं। यदि कोई हादसा हो गया, तो इतनी जानें खतरे में पड़ सकती हैं। एक अस्पताल कर्मी ने बताया कि सिस्टम पूरी तरह दुरुस्त है।

बताते चले कि पिछले दिनों उपायुक्त माधवी मिश्रा ने पीसी एंड पीएनडीटी जिला सलाहकार समिति की बैठक में सिविल सर्जन को निर्देश दिया था। जिसमे अस्पताल, डायग्नोस्टिक सेंटर, नर्सिंग होम सहित सभी चिकित्सीय संस्थानों में अग्नि सुरक्षा मानदंड का उल्लंघन बर्दाश्त योग्य नहीं है। चिकित्सीय संस्थानों के कर्मियों को अग्निशमन यंत्र के उपयोग करने की जानकारी होनी चाहिए।
 
फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए बनाए गए ओवरहेड टैंक में 24 घंटे पानी होना चाहिए। तभी यह आग को तत्काल बुझा सकेगा। इस सिस्टम को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। -लक्ष्मण प्रसाद, फायर अधिकारी धनबाद। रिपोर्ट : अमन्य सुरेश (8340184438)