धनबाद-NewsXpoz : भगवान किसी को ऐसी मौत न दे कि शव सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखना पड़े। क्योंकि मोर्चरी में तो प्रशासन मरे हुए लोगों को और बुरी तरह से मारता है। जिनके वारिस होते हैं वे अपने परिचित के शव को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं, लेकिन अस्पताल की मोर्चरी में किसी का शव पहुंच गया तब उसका सड़ना तय है।
एक तरफ जहां सरकार प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने को प्रतिबद्ध है, वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों की लापरवाही के कारण उन कोशिशों में पलीता लगता जा रहा है। ताजा मामला धनबाद के सबसे बड़े अस्पतालों में शुमार शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का है। जहां मेडिकल कॉलेज प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली है।
यहां मोर्चरी के डी फ्रीजर कई महीनों से खराब पड़े हैं और लाशें सड़ गई हैं। प्रबंधन हैं कि इस समस्या का हल निकालने की बजाय एक दूसरे पर आरोप मढ़ दे रहे हैं।
दरअसल, SNMMCH में मेडिसिन विभाग के पीछे स्थित मोर्चरी हाउस में एक लावारिस शव कई दिनों से सड़ रहे हैं। इस वजह से उनसे काफी बदबू आ रही है। इससे मोर्चरी में काम करने वाले कर्मचारियों को तो मजबूरी में बुरे हालात झेलने ही पड़ रहे हैं, राहगीरों का भी बुरा हाल हो चला है।
यहां हर तरफ बदबू इस कदर फैली है कि मोर्चरी के दूर से निकलने वाले लोग भी सांस नहीं ले पा रहे हैं। उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि इमरजेंसी विभाग में पड़े मोर्चरी खराब होने के बाद उसे लॉन्द्री में रख दिया गया है। न ही किसी ने उसे बनवाने का प्रयास किया और न ही अस्पताल प्रबंधन उस मर्चरी पर ध्यान दे रहा है। टेंडर की प्रक्रिया दिन प्रतिदिन आगे बढ़ती जा रही है। जिसके कारण नया फ्रीज नहीं आ पा रहा है। रिपोर्ट : अमन्य सुरेश (8340184438)