धनबाद : शॉर्ट सर्किट से घर में लगी आग, पाया गया काबू

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धनबाद : जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बगसुमा बस्ती में शुक्रवार की दोपहर एक घर में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। इस घटना ने स्थानीय लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है, और लाखों रुपये की संपत्ति जलकर राख हो गई।

आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन रास्ते की कठिनाई के कारण उसे लगभग आधे घंटे तक परेशानी का सामना करना पड़ा।

स्थानीय निवासियों के अनुसार, आग ने एक घर में तेजी से फैलना शुरू किया। जिसके परिणामस्वरूप कई महत्वपूर्ण वस्तुएं जल गईं। इस अग्निकांड में जमीन के कागजात, बच्चों के प्रमाण पत्र, नगद पैसे और कुछ जेवर सहित अन्य सामान नष्ट हो गया। ऐसे में प्रभावित परिवारों के लिए यह एक बड़ा संकट बन गया है, क्योंकि उन्होंने अपनी जिंदगी की बचत और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को खो दिया है।

घटनास्थल पर गोविंदपुर थाने की पुलिस भी पहुंच गई और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर स्थिति को नियंत्रित करने में मदद की। पुलिस ने आग बुझाने के प्रयासों में सहयोग किया और यह सुनिश्चित किया कि कोई भी व्यक्ति घायल न हो। हालांकि, दमकल की गाड़ी आग बुझाने में तेजी से मदद नहीं कर सकी, जिससे स्थानीय लोग काफी परेशान हुए।

स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि बगसुमा बस्ती में समुचित सड़कें नहीं होने के कारण दमकल की गाड़ी को अग्नि स्थल तक पहुंचने में कठिनाई हुई। इसके चलते दमकल की गाड़ी को दूर ही खड़ी करना पड़ा, जिससे आग पर काबू पाने में समय लगा। इस समस्या ने स्थानीय लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया, क्योंकि जब भी ऐसी आपात स्थितियां उत्पन्न होती हैं, समुचित परिवहन व्यवस्था का न होना एक गंभीर मुद्दा बन जाता है।

अग्नि पर काबू पाने के लिए स्थानीय लोगों ने एक तालाब के पास पंप लगाकर पानी की व्यवस्था की। सभी ने मिलकर आग बुझाने का प्रयास किया और उनके सामूहिक प्रयासों से स्थिति को नियंत्रित किया गया। यह देखकर स्थानीय लोगों का उत्साह बढ़ा, लेकिन साथ ही यह भी समझ में आया कि आपातकालीन सेवाओं के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है।

इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की आंखें खोल दी हैं। कई निवासियों ने सरकार से आग्रह किया है कि बगसुमा में बेहतर सड़कें और आग बुझाने की सुविधाएं विकसित करें। स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर उचित व्यवस्था होती, तो इस अग्निकांड का नुकसान कम किया जा सकता था।

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