नई दिल्ली : पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के साथ संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं, ऐसे में भारत पाकिस्तान से सटी हर सीमा पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. किसी भी तरह की संदिग्ध हलचल पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो जा रही हैं. गुजरात में भी यही स्थिति है और वहां के अमरेली जिले में संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए सभी मछुआरों को तुरंत अपनी नावें लेकर बंदरगाह पर वापस लौटने को कहा गया है.
जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान की तरह गुजरात की सीमाएं भी पाकिस्तान से लगती है. गुजरात के तटीय इलाकों में कुछ जगहों पर संदिग्ध गतिविधियों को देखते हु्ए सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है. इस अलर्ट को देखते हुए चेतावनी जारी कर दी गई और सभी मछुआरों को तुरंत अपनी नावें बंदरगाह पर वापस लौटने का आदेश दिया गया है.
कई मछुआरे नौकाओं के साथ वापस लौटे : अमरेली जिले से मिली जानकारी के अनुसार, अलर्ट मिलने के बाद प्रशासन पूरी एहतियात बरत रहा है. मछली पकड़ने वाली नौकाओं को तुरंत वापस लाने को कहा गया है और अधिकांश मछुआरे अपनी-अपनी नौकाओं के साथ वापस आ चुके हैं.
जिला प्रशासन की ओर से यह कदम आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए उठाया गया है. इस संबंध में राज्य से मत्स्य विभाग को निर्देश जारी कर दिए गए हैं, जिसके फलस्वरूप टोकन प्रोसेस भी स्थगित कर दी गई है.
अगले आदेश तक जारी रहेंगे प्रतिबंध : मछली पकड़ने वाली नौकाओं को जाफराबाद, चांच बंदरगाह, धारा बंदरगाह, शियाल बेट और नवा बंदरगाह जैसे अहम बंदरगाहों पर वापस बुला लिया गया है. संबंधित अधिकारियों ने यह साफ किया कि अगले आदेश तक समुद्र में मछली पकड़ने पर पूरी तरह से प्रतिबंध जारी रहेगा.
गुजरात में जारी यह अलर्ट समुद्री सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता का विषय है. सभी समुद्री सुरक्षा एजेंसियां फिलहाल अलर्ट मोड पर हैं और समुद्री सीमा पर लगातार निगरानी रख रही हैं. इन उपायों के जरिए सरकार संदिग्ध गतिविधियों को रोकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है. जब तक स्थिति स्पष्ट न हो जाए, क्षेत्र में सावधानी बनाए रखना जरूरी है.