Video : टीम इंडिया ने आखिरी टी20 मैच में जिम्बाब्वे को 42 रन से रौंदा, मुकेश की घातक गेंदबाजी 

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नई दिल्ली/हरारे-NewsXpoz : टीम इंडिया ने रविवार को हरारे में खेले गए पांचवें और आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में जिम्बाब्वे को 42 रन से रौंद दिया. भारत ने जिम्बाब्वे को उसी के घर में पांच मैचों को टी20 इंटरनेशनल सीरीज में 4-1 से मात दी है. शुभमन गिल ने अपनी पहली ही सीरीज में कप्तानी करते हुए भारत को जीत दिलाई है. टीम इंडिया के एक गेंदबाज ने अपनी कातिलाना बॉलिंग से पांचवें और आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में जिम्बाब्वे टीम के बैटिंग लाइनअप की धज्जियां उड़ाकर रख दी.

टीम इंडिया के गेंदबाज ने मचाया तूफान : बिहार के 30 साल के इस बॉलर ने ऐसी भीषण तबाही मचाई कि जिम्बाब्वे के 4 बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए. टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार घातक गेंद फेंकते हैं. रविवार को खेले गए पांचवें और आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों के पास मुकेश कुमार का कोई जवाब नहीं था. टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार ने जिम्बाब्वे की बैटिंग लाइनअप को ध्वस्त करते हुए 3.3 ओवर में 22 रन देकर 4 विकेट झटके. मुकेश कुमार ने रविवार को जिम्बाब्वे के खिलाफ घातक गेंदबाजी स्पेल डाला.

वर्ल्ड क्रिकेट में बजा दिया डंका : मुकेश कुमार ने जिम्बाब्वे के बल्लेबाज वेस्ले मधेवी (0), ब्रायन बेनेट (10), फराज अकरम (27) और रिचर्ड नगारवा (0) को आउट किया था. अपने स्पेल के दौरान मुकेश कुमार का इकोनॉमी रेट 6.30 का रहा है. मुकेश कुमार के सामने जिम्बाब्वे के ज्यादातर बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझते नजर आए. भारत ने पांचवें और आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में 20 ओवर में 6 विकेट गंवाकर 167 रन बनाए और जिम्बाब्वे के सामने जीत के लिए 168 रन का टारगेट रखा. मुकेश कुमार ने अपनी कातिलाना गेंदबाजी से वर्ल्ड क्रिकेट में डंका बजा दिया है.

मुकेश कुमार के रिकॉर्ड : मुकेश कुमार ने भारत के लिए 6 वनडे मैचों में 5 विकेट झटके हैं. इसके अलावा मुकेश कुमार ने 17 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 20 विकेट और 3 टेस्ट मैचों में 7 विकेट झटके हैं. मुकेश कुमार दाहिने हाथ के तेज गेंदबाज हैं. बता दें कि मुकेश कुमार पहले गोपालगंज में क्रिकेट खेलते थे और उनका प्रदर्शन अच्छा था. वह बिहार के लिए अंडर-19 क्रिकेट भी खेले. मुकेश कुमार ने सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) में एंट्री के लिए जमकर मेहनत की थी, लेकिन तीन बार वह मेडिकल टेस्ट में फेल हो गए थे. इसके बाद वह कोलकाता पहुंचे और क्रिकेट खेलने लगे.

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