नई दिल्ली-NewsXpoz : इजरायल के बारे में कहावत है कि वह अपने दुश्मनों को पाताल लोक से भी ढूंढकर ठिकाने लगा देता है. हमास के आतंकियों ने पिछले साल अक्टूबर में 12 सौ से ज्यादा नागरिकों की हत्या कर उसे ऐसा जख्म दिया है, जिसे वह कभी भुला नहीं सकेगा. अब वह इस आतंकी हमले के गुनहगारों को एक- एक कर मिटाने में लगा है. अब वह हमास का नामोनिशान मिटाने के मिशन में जुटा है. उसने अब इस हमले के मास्टरमाइंड और हमास की मिलिट्री विंग के मोहम्मद दाइफ को हवाई हमले में मार गिराया है.
पिछले साल अक्टूबर से ही ढूंढ रहा था इजरायल : खबर ये है कि हमास का मिलिट्री चीफ मोहम्मद दैफ जहन्नुम पहुंचा दिया गया है. इजरायल पर सुसाइड अटैक करवाने का जिम्मा मोहम्मद दैफ का ही था. इजरायल के टैंकों में विस्फोटक लगाकर भागने वाले फिलिस्तीनी लड़ाके तैयार करना भी अल दैफ का ही प्लान था. इजरायल अपने मोस्ट वॉन्टेड को पिछले साल अक्टूबर में हुए हमले के बाद से ही सरगर्मी से ढूंढ रहा था. इजरायल का दावा ये भी है कि उसने हमास की खान यूनिस ब्रिगेड के कमांडर राफे सलाम को भी मार गिराया है.
खुफिया इनपुट के बाद किया गया हमला : इजरायल ने पिछले कुछ दिनों से इस इलाके में हमले तेज किए हैं. इजरायल को खुफिया इनपुट मिला था कि कि उसका दुश्मन यहीं पर छिपा हुआ था. हांलाकि फिलीस्तीन का दावा है कि इजरायल ने ऐसे इलाके में हमला किया है जो सेफ ज़ोन करार दिया गया था और जहां नागरिकों की भी बड़ी संख्या में मौत हुई है. इजरायल का दावा है कि दो टारगेट को न्यूट्रलाइज़ करके हमास चीफ नसरल्लाह को बड़ा संदेश दे दिया है कि भले ही वो कुवैत में छिपा बैठा हो लेकिन देर सवेर वो उस तक भी पहुंच जाएगा.
हमले में 70 लोगों की हुई मौत : इजरायली सेना ने शनिवार को खान यूनिस शहर और अल-मुवासी के नजदीकी क्षेत्र पर जबरदस्त बमबारी की. इस हमले में 70 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए. सूत्रों के मुताबिक इजरायल ने यह हमला मोहम्मद दाइफ के उस इलाके में छिपे होने के खुफिया इनपुट के बाद किया था. वह पिछले दो दशकों से हमास की मिलिट्री विंग का चीफ था और उसने इजरायल पर कई हमले करवाए. उसे मारने के लिए इजरायल ने कई प्रयास किए थे लेकिन हर बार वह बच निकलता था.
वह चूक जो दाइफ को पड़ गई भारी : मोहम्मद दाइफ ने इजरायल के हमलों से बचाव के लिए गाजा में सुरंगों का जाल बिछा रखा था. वह इन्हीं सुरंगों में छिपा रहता है और नियमित रूप से अपना ठिकाना बदलता रहता था. लेकिन गाजा में जब से इजरायल ने अंदर घुसकर हमला बोला और एक-एक कर उसकी सुरंगे ध्वस्त करनी शुरू कर दी, तब से यह ठिकाना दाइफ के लिए सुरक्षित नहीं था. इजरायल के हमलों से बचने के लिए मोहम्मद दाइफ शनिवार को खान यूनिस में जमीन के ऊपर एक जगह छिपा हुआ था. उसके साथ हमास के दूसरे कमांडर भी मौजूद थे. यह जानकारी इजरायली सेना को मिल गई और उसने बिना देरी किए बताई गई लोकेशन पर बम बरसा दिए, जिसमें अक्टूबर हमले का मास्टरमाइंड ढेर हो गया.
अब याह्या शिनवार की है बारी : इजरायल के मुताबिक हमास में दो व्यक्ति बेहद पावरफुल हैं. इनमें से एक याह्या शिनवार है, जो संगठन की राजनीतिक शाखा का प्रमुख है. वहीं दूसरा मोहम्मद दाइफ था, हमास की मिलिट्री विंग अल-कसम बिग्रेड का प्रमुख था. इजरायल के अनुसार 7 अक्टूबर को हुए हमले की साजिश इन्हीं दोनों नेताओं ने मिलकर रची थी, जिसमें 1200 से ज्यादा लोग मारे गए थे. इसी हमले के बाद इजरायल ने गाजा से हमास का नामोनिशान मिटाने के लिए सैन्य अभियान शुरू किया, जिसमें अब तक 38 हजार लोग मारे जा चुके हैं.