नई दिल्ली : संसद में समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने खुद को ‘जया अमिताभ बच्चन’ कहे जाने पर कड़ा एतराज जताया। अभिनेत्री ने इस टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ये महिलाओं की पहचान को खत्म करने का प्रयास है और इस प्रकार की टिप्पणियां महिलाओं के योगदान और उनकी स्वयं की पहचान को नजरअंदाज करती हैं।
सोमवार को संसद सत्र में उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने जया बच्चन को संबोधित करते हुए उनके मिडिल नाम का इस्तेमाल किया और जया अमिताभ बच्चन कहकर पुकारा, जिसे लेकर वो बुरी तरह भड़क गईं। उन्होंने सभी को ये याद दिलाने में बिल्कुल वक्त नहीं गवाया कि उनकी अपनी भी एक पहचान है।
जया बच्चन ने उपसभापति को जवाब देते हुए उनके नाम के साथ अमिताभ बच्चन का नाम नहीं जोड़ने के लिए कहा। इसके साथ ही महिला को पति के नाम से पहचाने जाने के ट्रेंड को लेकर आपत्ति जताई। जया बच्चन ने कहा कि उन्हें ये नया ट्रेंड बिल्कुल पसंद नहीं है, जहां महिलाओं को उनके पति के नाम से जाना जाता है, क्यों महिलाओं का अपना कोई अस्तित्व नहीं होता है।
जया बच्चन को संसद में बोलने के लिए बुलाते हुए हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, “श्रीमती जया अमिताभ बच्चन जी, कृपया।” इस पर जवाब देते हुए अभिनेत्री ने कहा, “सर, सिर्फ जया बच्चन बोलते तो काफी होता। ये जो है कुछ नया तरीका है कि महिलाएं अपने पति के नाम से जानी जाएंगी। उनका कोई अस्तित्व नहीं। उनकी कोई उपलब्ध ही नहीं है, अपने में और अस्तित्व नहीं है। ये जो नया शुरू हुआ है, मैं तो बस…।”
संसद से जया बच्चन का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कई लोगों ने अभिनेत्री की सोच को सही ठहराया, क्योंकि शादी से पहले ही वो एक बड़ी अभिनेत्री बन गईं थीं और उनकी अपनी एक पहचान था। वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि पत्नी के साथ पति का नाम जोड़ने में क्या गलत है। खैर जो भी हो जया बच्चन एक बार फिर अपनी बेबाक राय के लिए नेटिजन्स के बीत चर्चा बटोर रही हैं।