महाशिवरात्रि पर अंतिम महास्नान, संगम पर आस्था का सैलाब

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प्रयागराज : आज महाशिवरात्रि है और महाकुंभ में अंतिम महास्नान का लेकर संगम पर भक्तों का रेला जमा हो रहा है। यूं देर रात से ही भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाना शुरू कर दिया था मगर ब्रह्म मुहुर्त में स्नान के लिए आस्थावान संगम पर तेजी के साथ जमा हो रहे हैं। पहला मुहुर्त 5 बजे के कुछ बाद से है लेकिन श्रद्धालु संगम में लगातार आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। मेले का आज अंतिम दिन है इसलिए भीड़ बहुत है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने महापर्व पर सभी को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। मुख्यमंत्री योगी गोरखनाथ मंदिर स्थित नियंत्रण कक्ष से महाकुंभ की व्यवस्थाओं की लगातार निगरानी कर रहे हैं।

पैंतालीस दिनों तक चलने वाले महाकुंभ मेले के समापन की औपचारिक घोषणा बृहस्पतिवार को होगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथाें अफसरों, कर्मचारियों और संस्थाओं को सम्मानित करने की भी तैयारी है। समारोह में मेले के दौरान बनने वाले चार विश्व कीर्तिमान के सर्टिफिकेट मिलने की भी उम्मीद है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि प्रमाणपत्र देंगे। 

महाकुंभ मेले की शुरुआत 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के साथ हुई थी। बुधवार को महाशिवरात्रि को अंतिम स्नान पर्व है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद बताते हैं, 27 फरवरी को मेले के समापन की औपचारिक घोषणा की जाएगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के आने की उम्मीद है, हालांकि मंगलवार देर शाम तक सीएम के आगमन का कार्यक्रम नहीं आया था।

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के अंतिम स्नान दिवस से पहले भारी भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 4,500 बसें चला रहा है।

महाकुंभ के आखिरी स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन ने प्रयागराज के आठ रेलवे स्टेशनों से 350 नियमित एवं स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी की है। इस दौरान हर चार मिनट पर यात्रियों को ट्रेन उपलब्ध होगी। महाशिवरात्रि को लेकर प्रयागराज, लखनऊ एवं वाराणसी मंडल के डीआरएम ने भी मोर्चा संभाल लिया है। उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से ऑन डिमांड ट्रेनों का ही संचालन किया जाएगा, हालांकि कुछ स्पेशल ट्रेनों की समय सारिणी भी जारी की है।

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने महाकुंभ पर विभिन्न आंकड़े जारी कर कहा कि पिछले सालों के आयोजन से इतर इस साल 18 नए रिकॉर्ड बने हैं। इसमें प्रयागराज समेत पूरे देश भर में 3 लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है।

महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि को देखते हुए मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है।  यह प्रतिबंध पर्व की समाप्ति तक लागू होगा। इस दौरान प्रशासकीय व चिकित्सीय वाहनों को छोड़कर मेला क्षेत्र में अन्य वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। पर्व पर यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए यह निर्णय मेला पुलिस की ओर से लिया गया है।
मंगलवार सुबह आठ बजे से यह व्यवस्था लागू हो गई है। डीआईजी मेला वैभव कृष्ण ने बताया कि मेला क्षेत्र में वाहनों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। श्रद्धालुओं के वाहन स्थान रिक्त होने तक निकटतम पार्किंग स्थलों में पार्क कराए जाएंगे। महाशिवरात्रि पर अक्षयवट दर्शन के लिए बंद रहेगा।