नई दिल्ली : रक्षा मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, भारतीय सेना और असम राइफल्स ने 26 मार्च से 29 मार्च के बीच मणिपुर के कांगपोकपी, टेंग्नौपाल, चंदेल, सेनापति, जिरीबाम और बिष्णुपुर जिलों में चलाए गए ऑपरेशंस में बड़ी कामयाबी मिली है. सेना के अभियान में 29 हथियार, इम्प्रोवाइज्ड डिवाइस, ग्रेनेड, गोला-बारूद और अन्य युद्ध संबंधी सामान बरामद किए गए हैं. यह अभियान मणिपुर पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और आईटीबीपी के समन्वय में चलाया गया.
रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि कांगपोकपी जिले के एनपी खोलेन क्षेत्र में हथियारों और गोला-बारूद की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने पर भारतीय सेना और मणिपुर पुलिस ने 26 मार्च 2025 को एक संयुक्त अभियान चलाया और कई विनाशक हथियार बरामद किए, जिनमें दो एके सीरीज के हथियार, एक कार्बाइन और एक 7.62 मिमी सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर), गोला-बारूद और युद्ध जैसे सामान शामिल थे.
27 मार्च 2025 को, टेंग्नौपाल जिले के परबुंग में संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधि पर कार्रवाई करते हुए, सैनिकों ने तेजी से एक घेरा बनाया और क्षेत्र की सफाई की और आगामी तलाशी अभियान में पत्थरों और पत्तियों से ढकी हुई ताजा खोदी गई मिट्टी मिली थी.
अधिकारियों ने बताया कि डीप सर्च मेटल डिटेक्टर (डीएसएमडी) तकनीक का इस्तेमाल करके निश्चित जगह में दफन मैटल की मौजूदगी की पुष्टि की. जमीन पर खुदाई करने पर 3 इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार (पोम्पिस) और तीन इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद हु. बयान में कहा गया है कि जिरीबाम जिले के चिंगडोंग लेइकाई में, असम राइफल्स, सीआरपीएफ और मणिपुर पुलिस ने 27 मार्च 2025 को एक संयुक्त अभियान चलाया और तीन इंसास राइफलें और दो 7.62 मिमी एसएलआर, गोला-बारूद और युद्ध जैसे स्टोर बरामद किए.
28 मार्च 2025 को, सेना ने बिष्णुपुर जिले के नारायणसेना से एक राइफल, एक कार्बाइन, दो स्नाइपर राइफलें, दो पिस्तौल, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), ग्रेनेड, गोला-बारूद और युद्ध जैसे स्टोर बरामद किए. इसी तरह चंदेल जिले के मोलनोम में सेना और असम राइफल्स ने 29 मार्च 2025 को तीन इंप्रोवाइज्ड मोर्टार और दो पिस्तौल बरामद किए.
जबकि सेनापति जिले में असम राइफल्स ने चांगोबंग से चार सिंगल बैरल बोल्ट एक्शन राइफल, एक पिस्तौल और मैगजीन, 20 राउंड 7.62 एमएम गोला-बारूद, एक इंप्रोवाइज्ड प्रोजेक्टाइल लॉन्चर और तीन जिंदा ग्रेनेड बरामद किए. बरामद हुआ पूरा असलहा मणिपुर पुलिस को सौंप दिया गया है. सुरक्षा बलों द्वारा किए गए ये समन्वित प्रयास मणिपुर में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.