नई दिल्ली : एमसीडी की 12 वार्ड समितियों के चुनाव में भाजपा का दबदबा रहा। आठ समितियों पर कमल खिला जबकि आम आदमी पार्टी चार समितियों में ही सिमटकर रह गई। इस बार दक्षिणी वार्ड समिति में आप को हार का सामना करना पड़ा, जबकि पिछले साल वह यहां विजयी रही थी।
चार वार्ड समितियों में निर्विरोध निर्वाचन हुआ। इनमें आप और भाजपा के पार्षद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर दो-दो समितियों में निर्विरोध निर्वाचित हुए। आठ समितियों में भाजपा-इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी और आप के बीच मुकाबला हुआ। इस दौरान भाजपा ने छह समितियों में आप को हराया, जबकि आप ने दो समितियों में आईवीपी को मात दी।
सिटी-पहाड़गगंज और करोल बाग वार्ड समिति में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर आम आदमी पार्टी के पार्षद निर्विरोध चुने गए। सिटी-पहाड़गगंज वार्ड समिति में स्थायी समिति के सदस्य के चुनाव में भी आप पार्षद का निर्विरोध निर्वाचन हुआ। इन समिति में आप का बहुमत होने के कारण भाजपा ने अपने पार्षदों का नामांकन नहीं कराया था।
केशवपुरम और मध्य वार्ड समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर भाजपा के पार्षदों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ। केशवपुरम वार्ड समिति में में आप ने अपने पार्षदों का नामांकन नहीं कराया था, जबकि मध्य वार्ड समिति में उसने केवल अध्यक्ष पद पर अपने पार्षद को मैदान में उतारा था, लेकिन चुनाव से पहले आप पार्षद ने नाम वापस ले लिया।
भाजपा ने आप को नजफगढ़ (15-5 वोट), शाहदरा दक्षिणी (18-5 वोट), शाहदरा उत्तरी (20-12 वोट), नरेला (13-6 वोट), सिविल लाइन (11-7 वोट) दक्षिणी (10-8 वोट) वार्ड समिति में अध्यक्ष पद पर हराया। आप ने आईवीपी को रोहिणी (11-10 वोट) और पश्चिमी (14-11) वार्ड समिति में अध्यक्ष पद पर हराया। इन दोनों समितियों में भाजपा चुनाव नहीं लड़ी थी और उसने आईवीपी को समर्थन दिया था।
रोहिणी समिति में दिलचस्प बात यह रही कि अध्यक्ष पद पर जीतने वाली आप को उपाध्यक्ष पद पर भाजपा ने (11-10) से हरा दिया। लिहाजा वार्ड समिति के चुनावों में आईवीपी खाली हाथ रह गई।
वार्ड समिति चुनाव में मिले आप के बिखरने के संकेत : प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एमसीडी वार्ड समितियों के चुनाव परिणामों को आम आदमी पार्टी के भीतर टूट का संकेत बताया है। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में भाजपा ने दक्षिणी सहित आठ समितियों में अध्यक्ष और नौ समितियों में उपाध्यक्ष व स्थायी समिति की अतिरिक्त सीट पर जीत दर्ज की।
यह इस बात का प्रमाण है कि आप के जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी पार्टी से छिटक रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि मंगलवार को होने वाले स्थायी समिति के 11वें सदस्य के चुनाव में भी भाजपा की जीत तय है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हम जल्द ही स्थायी समिति के चेयरमैन का चुनाव कर निगम प्रशासन को सुचारू बनाएंगे और अटके हुए विकास कार्य शुरू कराएंगे।
एमसीडी की सबसे प्रभावशाली स्थायी समिति के गठन की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू होगी। सदन की बैठक में मंगलवार को समिति के एक सदस्य के चुनाव की औपचारिकता पूरी की जाएगी, जिसके बाद समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। समिति के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि तय जून तय की गई है, जबकि 12 जून को मतदान होगा।
स्थायी समिति में 18 सदस्य होते हैं, जिनमें 12 सदस्य वार्ड समितियों के माध्यम से चुने जाते हैं और इन समितियों से सभी सदस्य चुन लिए गए है। वहीं छह सदस्य सदन के जरिए चुनने का प्रावधान है। सदन के एक सदस्य का पद रिक्त है।
इस सदस्य का चुनाव मंगलवार को होगा। समिति की मौजूदा स्थिति पर नजर डालें तो आम आदमी पार्टी को दक्षिणी वार्ड समिति में हार का खामियाजा भुगतना पड़ा है। इस हार के कारण स्थायी समिति में उसके सदस्यों की संख्या घटकर सात रह गई है, जबकि पहले आठ सदस्य थे।
दूसरी ओर, भाजपा पहले ही 10 सदस्यों को समिति में पहुंचा चुकी है और मंगलवार को होने वाले सदस्य के चुनाव में उसकी जीत तय मानी जा रही है। ऐसे में समिति में भाजपा का पलड़ा भारी नजर आ रहा है।