नई दिल्ली : माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर में दिक्कत आने से लगभग पूरी दुनिया का सिस्टम ठप हो गया है. भारत समेत अलग-अलग देशों में सरकार और कंपनियां इसकी सर्विस ठप होने से परेशानियों का सामना कर रहे हैं. सबसे ज्यादा असर एविएशन सेक्टर में देखा जा रहा है. एयरपोर्ट पर काम नहीं हो रहा है. एयरलाइंस कंपनियों ने फ्लाइट कैंसिल कर दी हैं. इसके अलावा लंदन स्टॉक एक्सचेंज समेत दुनिया भर के अलग-अलग सर्वर ठप हो गए हैं. आईटी सेक्टर की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है.
Microsoft की क्लाउड सर्विस के ठप होने के कारण भारत और अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों की एयरलाइंस प्रभावित हुई हैं। कई एयरलाइंस कंपनियों की फ्लाइट कैंसिल हुई हैं। इस आउटेज के कारण फ्लाइट बुकिंग, कैंसिलेशन से लेकर चेक-इन तक की सेवाएं प्रभावित हुईं हैं। रिपोर्ट के मुताबिक Frontier, Allegiant और SunCountry जैसी बड़ी एयरलाइंस कंपनियों की सेवाएं माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड आउटेज के कारण ठप हो गई हैं। फ्रंटियर ने कहा कि वह सामान्य परिचालन फिर से शुरू करने की प्रक्रिया में है। भारत में इंडिगो, आकासा और स्पाइसजेट ने भी सेवा ठप होने को लेकर एडवाइजरी जारी की है। एयरपोर्ट पर मैनुअल बोर्डिंग पास से एंट्री हो रही है।
इस आउटेज पर दिल्ली एयरपोर्ट ने कहा, “वैश्विक आईटी आउटेज के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर कुछ सेवाएं अस्थायी रूप से प्रभावित हुईं। हम अपने यात्रियों को असुविधा कम करने के लिए अपने पार्टनर के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। यात्रियों से अनुरोध है कि वे एयरलाइन के संपर्क में रहें।”
फ्रंटियर ने पहले कहा था कि एक “माइक्रोसॉफ्ट तकनीकी खराबी” ने उसके परिचालन को अस्थायी रूप से प्रभावित किया है। सनकंट्री ने कहा कि थर्ड पार्टी वेंडर ने उसकी बुकिंग और चेक-इन सुविधाओं को प्रभावित किया। एलीगेंट ने सीएनएन को दिए एक बयान में कहा, “Microsoft Azure में दिक्कत के कारण एलीगेंट वेबसाइट भी डाउन हुई है।”
रिपोर्ट के मुताबिक इस आउटेज के कारण Frontier ने 147 उड़ानें रद्द की है और 212 का समय बदला गया है। इसके अलावा Allegiant की 45 फीसदी उड़ानें देरी से हुई हैं। Sun Country की 23% उड़ानों को भी देर से शुरू किया गया है।
कम्युनिकेशन में दिक्कत के कारण अमेरिकन एयरलाइंस ने भी अपनी सभी उड़ानें रोक दीं हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि यह आउटेज भारतीय समयानुसार 19 जुलाई को सुबह करीब करीब 3.30 बजे शुरू हुई। कंपनी ने कहा है कि आईटी की टीम इसे ठीक करने के लिए लगातार काम कर रही है।
स्पाइसजेट का बयान : स्पाइसजेट ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है, ‘वर्तमान में हम अपने सेवा प्रदाता के साथ तकनीकी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जिससे बुकिंग, चेक-इन और बुकिंग का प्रबंधन सहित ऑनलाइन सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। परिणामस्वरूप, हमने सभी हवाई अड्डों पर मैन्युअल चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं को सक्रिय कर दिया है। हम आगामी यात्रा योजना वाले यात्रियों से अनुरोध करते हैं कि वे हमारे काउंटरों पर चेक-इन पूरा करने के लिए सामान्य से पहले हवाई अड्डे पर पहुंचें। हम इसके कारण होने वाली किसी भी असुविधा के लिए ईमानदारी से खेद व्यक्त करते हैं और आपको आश्वस्त करते हैं कि हमारी टीमें इन मुद्दों को तुरंत हल करने के लिए हमारे सेवा प्रदाता के साथ लगन से काम कर रही हैं। इस दौरान आपके धैर्य और सहयोग के लिए धन्यवाद।