मदर्स डे : मां के प्रति सम्मान और प्रेम को प्रदर्शित करना

Mother's-Day

नई दिल्ली : आधुनिक मातृ दिवस का अवकाश ग्राफटन वेस्ट वर्जिनिया में एना जार्विस के द्वारा समस्त माताओं तथा मातृत्व के लिए खास तौर पर पारिवारिक एवं उनके आपसी सम्बन्धों को सम्मान देने के लिए आरम्भ किया गया था।

मातृ दिवस अनाथ बच्चों के प्रति समाज की कुछ विशेष वर्ग की महिलाओं द्वारा ममत्व दिखाने का दिन है जो अनाथ बच्चे होते हैं उन्हें इस दिन अपनी 1 दिन की वात्सल्य देने वाली मां के लिए अति प्रेम रहता है सामान्यता यह दिन यूरोप अमेरिका में ही मनाया जाता है।

भारत में जो लोग पाश्चर संस्कृति को बढ़ावा देना चाहते हैं गत वर्षों में वह लोग भी इस दिन को मनाने लगे हैं भारतीय महाद्वीप में इस तरह का कोई दिन नहीं है भारतीय लोगों के लिए मां से प्रेम या पिता से प्रेम सदैव ही आजीवन अकल्पनीय एवं अद्भुत रहा है

मातृ दिवस माता को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है. एक मां का आँचल अपनी संतान के लिए कभी छोटा नहीं पड़ता। माँ का प्रेम अपनी संतान के लिए इतना गहरा और अटूट होता है कि माँ अपने बच्चे की खुशी के लिए सारी दुनिया से लड़ लेती है। एक मां का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है, एक मां बिना ये दुनियां अधूरी है।

मातृ दिवस दुनिया भर में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता हैं। गूगल खोज की जांच प्रवृति के अनुसार “मातृ दिवस” के दो प्राथमिक परिणाम सामने आते हैं, वो है, लेंट में मदरिंग सन्डे की ब्रिटिश परंपरा से चौथे सन्डे (रविवार) का छोटा हिस्सा और मई के दूसरे सन्डे को सबसे बड़ा हिस्सा.

जैसा कि अमेरिकी छुट्टी अन्य देशों और संस्कृतियों के द्वारा अपनाया गया था, इसलिए पहले से ही मातृत्व सम्मान का जश्न मनाने के लिए तारीख बदली गई, UK में मदरिंग सन्डे या यीशु के ग्रीस के मंदिर में परम्परानिष्ठ उत्सव के रूप में मनाया जाता हैं।

कुछ देशों में बहुसंख्यक धर्मों के महत्त्वपूर्ण तिथियों की महत्ता को सम्मानित करने के लिए तारीख बदली गयी हैं, जैसे कि कैथोलिक देशों में वर्जिन मेरी डे अथवा इस्लामी देशों में पैगंबर मुहम्मद की बेटी के जन्मदिन के मामले में हुआ। अन्य देशों ने इन्हें ऐतिहासिक तारीखों में बदल दिया, जैसे बोलीविया ने उस खास युद्ध की तारीख का उपयोग किया जिसमें महिलाओं ने हिस्सा लिया था।