नई दिल्ली : सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान बुधवार को पुलिस द्वारा बरती गयी सख्ती के बावजूद कुछ शातिरों ने परीक्षा में सेंध लगाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके. खगड़ियां और भागलपुर में जहां अभ्यर्थियों को नकली प्रश्नपत्र रटवा रहे 10 जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वहीं जमुई में पांच, कैमूर में दो, डुमरावं में दो, छपरा में तीन और औरंगाबाद में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं.
उधर, केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने बताया कि इस परीक्षा में 10 अभ्यर्थी कदाचार के आरोप में संलिप्त पाये गये. इनमें से आठ अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दो परीक्षार्थियों को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया.
खगड़िया के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार कुशवाहा ने बताया कि छह अगस्त की रात सूचना मिली कि परबत्ता बाजार स्थित चंद्रकमल विवाह भवन में काफी संख्या में अभ्यर्थी जुटे हैं. पुलिस ने जब वहां छापेमारी की, तब विवाह भवन के अंदर करीब 70 परीक्षार्थी जमा थे. पूछताछ के क्रम में परीक्षार्थियों द्वारा बताया गया कि परबत्ता थाना क्षेत्र के गोडियासी नयागांव निवासी दिवाकर कुमार द्वारा परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका उपलब्ध कराने का प्रलोभन दिया गया था.
इसके एवज में 50 हजार से 1 लाख रुपये की डिमांड की गयी थी. छह अगस्त को सभी विवाह भवन पहुंचे, जहां फर्जी प्रश्नपत्र रटवाया जा रहा था. पकड़े गये लोगों में दिवाकर कुमार के अलावा मोजाहिदा निवासी प्रिंस कुमार व शंभू कुमार, भागलपुर जिले के भंवरपुर निवासी नीरज कुमार, मधुसुदनपुर निवासी रोहित चौधरी, कटिहार जिले के तीनधरिया गांव निवासी अभिमन्यु कुमार व ब्रजेश कुमार शामिल हैं. इसके अलावा भागलपुर में भी अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र रटवा रहे तीन शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.