धनबाद-NewsXpoz : … यह काला जादू है या भ्रष्टाचार, इसका खुलासा तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ही कर सकते है। क्योंकि रातोंरात सदर अस्पताल प्रांगण में खड़ी RT-PCR मोबाइल टेस्टिंग लेबोरेटरी वैन के पहिये -अत्याधुनिक कीमती जांच उपकरण गायब हो जाना एक अबूझ पहेली बन गई है।
NewsXpoz की टीम ने वर्ष 2022 के दिसंबर माह में एक रिपोर्ट प्रकाशित किया था। जिसमे सदर अस्पताल प्रांगण में खड़ी RT-PCR मोबाइल टेस्टिंग लेबोरेटरी वैन के पहिये सही-सलामत और दुरुस्त थे। लेकिन वर्ष 2024 आते-आते वैन में लगे पहिये के कुछ टायर बदल गए और कुछ गायब हो गए। ऐसा भला कैसे हो सकता है कि खड़ी वैन के पहिये बदल जाए ? इसे निष्क्रियता, लापरवाही, भ्रष्टाचार कहा जाए या काला जादू! यह तो सम्बंधित सरकारी विभाग के आला अधिकारी ही बता सकते है।
क्या है RT-PCR मोबाइल टेस्टिंग लेबोरेटरी वैन : देश में महामारी कोरोना के दौरान संक्रमण जांच के लिए करोड़ों रूपए की लागत वाली अत्याधुनिक जांच उपकरणों से लैश RT-PCR मोबाइल टेस्टिंग लेबोरेटरी वैन धनबाद लाया गया था। जिसे महामारी काल के बाद सुरक्षा के दृष्टिकोण से सदर अस्पातल प्रांगण में खड़ा कर दिया गया था।
निष्क्रियता, लापरवाही, भ्रष्टाचार का जीता-जागता सबूत : सरकारी विभाग में लापरवाही निष्क्रियता, चोरी और भ्रष्टाचार का अनोखा संगम देखना हो तो धनबाद का सदर अस्पताल प्रांगण में पहुंचे। जहां करोड़ों रुपए की लागत वाली मोबाइल आरटी-पीसीआर टेस्टिंग लैबोरेट्री वैन को देख ले। तो एकबारगी समझ में आ जाएगा कि जनता की गाढ़ी कमाई से चलने वाली सरकार पैसों का दुरुपयोग और बंदरबाँट कैसे करती है?
वर्तमान में एक तरफ लाखों लोग उचित जांच के अभाव में दरदर भटक रहे है तो वही अत्याधुनिक उपकरणों से लैश मोबाइल टेस्टिंग लैबोरेट्री वैन को सरकारी अधिकारीयों ने कबाड़ बना दिया। इतने में भी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेवारों का मन नहीं भरा तो अब उक्त लैबोरेट्री वैन के पहिए भी गायब कर दिए।
वर्ष 2022 का समय था. ..जब RT-PCR मोबाइल टेस्टिंग लेबोरेटरी वैन अपने पहियों पर चलकर सदर अस्पताल प्रांगण पहुंचा था। लेकिन देखते ही देखते उसे ‘कोरोना’ रूपी सरकारी तंत्र ने अपनी चपेट में ले लिया और उसके लाखों रुपए के कीमती उपकरण गायब कर दिए।
वर्ष 2022 में इस बारे में खुलासा किए जाने पर तत्कालीन सिविल सर्जन ने बताया था कि उक्त मोबाइल आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैबोरेट्री वैन JITM डायग्नोस्टिक का है, जो सुरक्षा के मद्देनजर सदर अस्पताल प्रांगण में खड़ा किया गया है। रिपोर्ट : राजीव सिन्हा (8340201239)