शब-ए-बारात : श्रीनगर की ग्रैंड मस्जिद में पुलिस ने लगाया ताला, नहीं पढ़ने दी नमाज

Sri-Nagar-Mashjid-Tala

श्रीनगर : जम्मू और कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में शब-ए-बरात की रात को होने वाली सामूहिक नमाज की अनुमति नहीं दी. इसके साथ ही पुलिस ने मीरवाइज उमर फारूक को नजरबंद भी कर दिया. पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यह कानून-व्यवस्था पर भरोसे की कमी को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि जामिया मस्जिद को बंद करना यह दिखाता है कि प्रशासन को खुद पर और लोगों पर भरोसा नहीं कि माहौल शांतिपूर्ण बना रहेगा. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि श्रीनगर के लोगों के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था.

मस्जिद की देखरेख करने वाले अंजुमन औकाफ ने बताया कि गुरुवार दोपहर को पुलिस ने नमाजियों को मस्जिद खाली करने के लिए कहा और इसके बाद दरवाजे बंद कर दिए. पुलिस ने उन्हें बताया कि शब-ए-बरात की रात को होने वाली स्पेशल नमाज की इजाजत नहीं दी जाएगी. इसके अलावा मीरवाइज उमर फारूक जो परंपरागत रूप से इस मौके पर नमाज की इमामत (नेतृत्व) करते हैं, उन्हें गुरुवार सुबह से ही घर में नजरबंद कर दिया गया.

यह लगातार छठा साल है जब पुलिस ने जामिया मस्जिद में शब-ए-बरात की नमाज नहीं होने दी है. 2019 के बाद से ही यह नमाज नहीं होने दी जा रही है. अंजुमन औकाफ ने इस पाबंदी को दमनकारी कदम बताया और कहा कि जब भी कोई बड़ा धार्मिक मौका आता है, मस्जिद आने वाले हजारों लोगों को मायूसी झेलनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि बार-बार इस तरह की पाबंदियां लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ उनके बुनियादी धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन भी हैं.

इस पूरे मामले पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया लेकिन कश्मीर जोन पुलिस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर शब-ए-बरात की मुबारकबाद दी और शांति, खुशहाली व समृद्धि की कामना की.