श्रीनगर-NewsXpoz : राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता पर जम्मू-कश्मीर सरकार ने मंगलवार को चार कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। बर्खास्त आरोपी कर्मियों में दो पुलिस कांस्टेबल, एक स्कूल शिक्षा विभाग का जूनियर सहायक और ग्रामीण विकास व पंचायती राज विभाग का ग्राम कार्यकर्ता है। जांच में इन कर्मचारियों की आतंक से संबंधित गतिविधियों में भागीदारी पाई गई थी।
जानकारी के अनुसार पुलिस कर्मचारी इम्तियाज अहमद लोन निवासी गमराज, पुलवामा आतंकवादी कृत्यों को बढ़ावा देने और अंजाम देने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति, परिवहन व सुविधा प्रदान करने के अपराध में शामिल था। स्कूल शिक्षा विभाग का कनिष्ठ सहायक बाजील अहमद मीर निवासी खुरहामा लालपोरा, कुपवाड़ा भी लोलाब क्षेत्र और आसपास ड्रग सिंडिकेट को बढ़ावा देने के अपराध में शामिल था।
वहीं, अन्य पुलिस कर्मचारी मुश्ताक अहमद पीर निवासी कलमूना, विलगाम हंदवाड़ा, कुपवाड़ा सीमा पार पाकिस्तान से मादक पदार्थों के तस्करी में संलिप्त पाया गया था। उसका सीमा पार सक्रिय नारको आतंकवादी सिंडिकेट के सरगनाओं से सीधा संबंध था। आतंकवादियों/अलगाववादियों के पारिस्थितिकी तंत्र के साथ भी संपर्क थे। संवाद
जांच के बाद की कार्रवाई : ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग में ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता जैद शाह निवासी बसग्रान, उरी (बारामूला) कट्टर ड्रग तस्कर है। उसे पीओजेके में एलओसी के पार ड्रग तस्करों से हेरोइन की बड़ी खेप मिली थी। वह नारको व्यापार से प्राप्त धन के सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था, जिसे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों व अलगाववादियों के पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने के लिए चैनेलाइज किया जाता है।
वह 1990 में आतंकवादी प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान में घुसपैठ कर चुका था और वर्तमान में पीओजेके में है। अब सरकार ने जांच के बाद इन पर कार्रवाई की है।