नई दिल्ली : Spam Calls पर लगाम लगाने के लिए दूरसंचार विभाग और दूरसंचार नियामक एक्शन मोड में काम कर रहा है। आए दिन फर्जी कॉल्स की वजह से हो रही धोखाधड़ी और ठगी को देखते हुए सरकार ने युद्धस्तर पर काम करना शुरू कर दिया है।
नई पॉलिसी से लेकर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही, लोगों को जागरूक करने के लिए DoT ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स को 3 महीने तक कॉल कनेक्ट करने से पहले रिंगटोन की जगह जागरूकता वाले मैसेज सुनाने के लिए कहा है। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि डेली बेसिस पर 13 मिलियन फर्जी कॉल्स को ब्लॉक करने का काम किया जा रहा है।
स्पेन की राजधानी बार्सिलोना में आयोजित मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (MWC 2025) में दिए गए अपने कीनोट में केंद्रीय मंत्री ने दूरसंचार विभाग के संचार साथी (Sanchar Saathi) पोर्टल का जिक्र किया। साथ ही, केन्द्रीय मंत्री ने इस पोर्टल के जरिए ब्लॉक किए गए फर्जी कॉल, मोबाइल हैंडसेट और रिकवर हुए चोरी किए गए फोन की डिटेल शेयर की है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारत के संचार साथी पोर्टल का जिक्र करते हुए कहा, ‘इस पोर्टल के जरिए साइबर ठगी में इस्तेमाल किए गए 26 मिलियन यानी 2.6 करोड़ मोबाइल डिवाइस ब्लॉक करने का काम किया गया है। वहीं, इस पोर्टल पर रिपोर्ट करने के बाद चोरी हुए 16 मिलियन डिवाइस को ट्रेस करने का काम किया गया है। यही नहींं, इस पोर्टल के माध्यम से 86% स्पूफ यानी फर्जी कॉल्स को ट्रेस करके ब्लॉक किया जाता है। दूरसंचार विभाग डेली बेसिस पर 13 मिलियन फर्जी कॉल्स को ब्लॉक कर रहा है।’
DoT India ने हाल ही में अपने संचार साथी पोर्टल का मोबाइल ऐप भी Android और iPhone यूजर्स के लिए लॉन्च किया है। इस ऐप के जरिए भी यूजर्स फर्जी कॉल्स को रिपोर्ट कर सकते हैं। साथ ही, अपने नाम पर जारी फर्जी सिम कार्ड का भी पता लगा सकते हैं। इस पोर्टल के अलावा टेलीकॉम कंपनियों को AI बेस्ड स्पैम डिटेक्शन टेक्नोलॉजी लगाने का निर्देश भी दिया गया है। Airtel और Vi ने अपने करोड़ों यूजर्स के लिए AI स्पैम कॉल सिस्टम लॉन्च कर दिया है। यूजर्स के नंबर पर आने वाले फर्जी कॉल्स ऑपरेटर लेवल पर ही ब्लॉक किए जा रहे हैं।