कानपुर : मेला स्पेशल ट्रेन के प्लेटफार्म बदलने से रविवार को सेंट्रल स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन पकड़ने के चक्कर में बेकाबू यात्री सीढ़ी पर एक-दूसरे को धक्का देते दिखे। वहीं, कुछ यात्री खिड़की से ही मेला स्पेशल में घुसने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभालते हुए एनाउंसमेंट कर भीड़ को नियंत्रित किया।
रविवार शाम करीब 04:40 बजे मेला स्पेशल ट्रेन प्लेटफार्म तीन पर आनी थी। अचानक इसका प्लेटफार्म बदलकर छह कर दिया गया। ऐसे में यात्री प्लेटफार्म छह की तरफ भागने लगे। प्लेटफार्म छह पर भी यात्रियों की पहले से ही भीड़ थी।
तीन नंबर के यात्रियों के आने से वहां अफरा-तफरी मच गई। सीढि़यों पर चढ़ने के दौरान कई यात्री गिर पड़े, हालांकि आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने उन्हें संभाल लिया। जवानों ने बुजुर्गाें, महिलाओं व बच्चों को पकड़कर भीड़ से निकाला।
कुछ यात्री तो सिर पर सामान लादकर फुट ओवरब्रिज के बजाय रेलवे ट्रैक से होकर छह नंबर पर जाने लगे। सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोका। कुछ ही देर में पूरी ट्रेन सवारियों से खचाखच भर गई। सुरक्षाकर्मियों ने कुछ लोगों को ट्रेन से निकाला और उसे रवाना किया। बाकी को दूसरी ट्रेन से भेजा गया।
डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह ने बताया कि स्पेशल ट्रेन का प्लेटफार्म निर्धारित नहीं होता। इन्हें तो यात्रियों के हिसाब से चलाया जाता है और जिस प्लेटफार्म पर जगह मिलती है, वहां इन्हें भेजा जाता है। डिस्प्ले में भी इनके बारे में जानकारी नहीं होती। लोग मानते नहीं और एकदम से भागते हैं जबकि स्पेशल ट्रेनें लगातार चलाई जा रही हैं।
सेंट्रल स्टेशन पर शनिवार देर रात श्रद्धालुओं की भीड़ देख प्लेटफार्म तीन पर दिल्ली के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहीं अलीगढ़ निवासी प्रभा व राजेश्वरी सहित तीन महिलाएं बेहोश हो गईं। जवानों ने तीनों को स्ट्रेचर से प्लेटफार्म एक पर मेडिकल कैंप भेजा। उपचार के बाद तीनों को होश आया तो रविवार सुबह रवाना हुईं।
शनिवार देर रात यात्रियों का स्टेशन में हुजूम बढ़ने के बाद प्रयागराज से लौटे श्रद्धालुओं को होल्डिंग एरिया में रोक दिया गया। इन्हें रविवार सुबह रवाना किया गया। शनिवार रात एक बजे से रविवार सुबह आठ बजे तक 16 मेमू स्पेशल ट्रेनें सेंट्रल स्टेशन से चलाई गईं। इसके बावजूद राजधानी एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र, महानंदा, सीमांचल एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों में यात्री टॉयलेट में बैठकर सफर करते दिखे।
डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह ने बताया कि सेंट्रल स्टेशन पर भीड़ और दिल्ली स्टेशन पर हुए हादसे को देखते 28 फरवरी तक हाईअलर्ट किया गया है। अतिरिक्त पीएसी लगाई गई है। बताया कि बीते 24 घंटे में 87 मेला स्पेशल चलाई गई। रविवार को सेंट्रल से तीन लाख से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ के लिए रवाना हुए।
भीड़ बढ़ी तो कैंट-सिटी साइड से प्रवेश होगा बंद स्टेशन पर देर रात पहुंची भीड़ की जानकारी पर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह रविवार सुबह स्टेशन पहुंचे। उन्होंने रेलवे अधिकारियों व सुरक्षा कर्मियों से बातचीत के बाद कैंट और सिटी साइड का निरीक्षण किया। फुट ओवरब्रिज, एस्केलेटर की क्षमता व आवागमन के रास्तों को देखा।
महाकुंभ तक स्टेशन की निगरानी के लिए एडीएम सिटी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया। आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि भीड़ बढ़ने पर कैंट और सिटी साइड से एंट्री बंद कर यात्रियों को होल्डिंग एरिया में रोका जाना चाहिए। भीड़ कम होने पर ही इन्हें स्टेशन में प्रवेश देना चाहिए। इस पर डीएम ने ऐसा करने के निर्देश दिए।