साहिबगंज : झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहेट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज करते एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 28 जून शुक्रवार को वायरल हुए वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि अस्पताल कक्ष में अंधेरा पसरा है.
टॉर्च की रोशनी जैसे ही फैलती है, तो सामने बेड पर दो मरीज और आसपास कुछ लोग दिखते हैं, जिनके हाथों में या तो कोई टॉर्च, मोबाइल या पंखा है. इसके बाद एक लाल टी-शर्ट और हाफ पैंट में चिकित्सक आते हैं. मरीज से उनका हाल-चाल लेने के बाद प्रिस्क्रिप्शन लिखने लगते हैं. इस दौरान पूरे परिसर में अंधेरा छाया हुआ दिखता है. हालांकि वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है.
वायरल वीडियो साहिबगंज के बरहेट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाल व्यवस्था का पोल खोल रहा है. इस वीडियो के सामने आते ही अस्पताल प्रबंधन पर तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. अब सवाल उठना तो लाजिमी है. इस अस्पताल में पर्याप्त रोशनी के इंतजाम क्यों नहीं हैं ? क्या इस बदहाल व्यवस्था के जिम्मेदार व्यक्तियों को बत्ती गुल होने की स्थिति के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है ? बार-बार सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण और बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया कराने का दावा कहीं खोखला तो नहीं है.
इधर, मरीज अस्पताल के इस कुप्रबंधन के कारण आक्रोशित हैं. मरीजों का कहना है कि कई घंटे बिजली गुल रहने तथा जेनरेटर की व्यवस्था नहीं रहने के कारण शाम से देर रात तक इमरजेंसी सहित अन्य वार्डों में अंधेरा रहा, जिस कारण डॉक्टर को टॉर्च की रोशनी में ही इलाज करना पड़ा. वहीं, एक मरीज के परिजन ने बताया कि वे लोग मच्छर एवं बदबू से परेशान रहे तथा उन्हें इमरजेंसी लाइट की व्यवस्था भी खुद ही करनी पड़ी. इस दौरान अस्पताल प्रबंधन का कोई भी व्यक्ति मरीजों की सुधि लेने नहीं पहुंचा.
इस पूरे प्रकरण को लेकर जब साहिबगंज जिले के सिविल सर्जन डॉ अरविंद कुमार से जानकारी ली गयी, तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में रोशनी के पर्याप्त इंतजाम हैं. बिजली कट जाने के बाद ऐसी स्थिति कैसे उत्पन्न हुई, इसका पता लगाया जाएगा.