नई दिल्ली : संसद के सोमवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में अदाणी और वक्फ संशोधन विधेयक की ही गूंज सुनाई देने के आसार हैं। अदाणी समूह को लेकर समय-समय पर सरकार पर निशाना साधते रहे विपक्ष ने रिश्वत प्रकरण सामने आने के बाद और भी हमलावर रुख अपना लिया है। विपक्षी इंडिया ब्लॉक अदाणी मामले में पहले ही दिन चर्चा कराने पर अड़ा है। दूसरी तरफ, सरकार ने विपक्ष के विरोध की परवाह न करते हुए वक्फ संशोधन विधेयक इसी सत्र में पेश करने का संकेत दिए हैं।
संसद के शीतकालीन सत्र में भाग लेने वाले लोकसभा सदस्यों के पास इलेक्ट्रॉनिक टैब पर डिजिटल पेन का उपयोग करके अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का विकल्प होगा। संसद को कागज रहित बनाने की अध्यक्ष ओम बिरला की पहल के तहत लोकसभा कक्ष की लॉबी में चार काउंटरों पर इलेक्ट्रॉनिक टैब रखे जाएंगे। लोकसभा सचिवालय ने बताया कि काउंटरों पर भौतिक उपस्थिति रजिस्टर रखे जाते रहेंगे। हालांकि, सदस्यों को सलाह दी जाती है कि वे टैब का उपयोग अपनी पसंद के अनुसार करें और संसद को कागज रहित बनाने में मदद करें।
अधिकारियों के मुताबिक, सदस्यों को पहले टैब पर ड्रॉप डाउन मेनू से अपना नाम चुनना होगा, डिजिटल पेन की मदद से अपने हस्ताक्षर करने होंगे और अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ‘सबमिट’ बटन दबाना होगा। तकनीकी सहायता के लिए प्रत्येक काउंटर पर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के इंजीनियरों की एक टीम तैनात की जाएगी। संसद सत्र के दौरान अपने दैनिक भत्ते का लाभ उठाने के लिए सदस्यों को रजिस्टर में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इससे पहले लोकसभा सदस्य मोबाइल एप का उपयोग करके अपनी उपस्थिति दर्ज कराते थे।
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने दिल्ली में वायु प्रदूषण पर अल्पकालिक चर्चा के लिए राज्यसभा के प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियम के नियम 176 के तहत राज्यसभा के महासचिव को पत्र लिखा। सीपीआई (एम) के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने शून्यकाल नोटिस दिया है। उन्होंने केरल के वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार से विशेष वित्तीय सहायता की मांग की है।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। उन्होंने अदाणी समूह के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका में दो अभियोगों के बाद ‘एक व्यापारिक गंतव्य के रूप में भारत पर प्रभाव और हमारी नियामक और निगरानी प्रक्रियाओं की मजबूती’ पर चर्चा की मांग की।
कांग्रेस के लोकसभा सांसद आज सुबह 10.30 बजे कांग्रेस संसदीय दल कार्यालय में बैठक करेंगे, जिसमें सदन की कार्यवाही की रणनीति बनाई जाएगी।