गया : गया के साइबर थाना की पुलिस साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए बड़ी कार्रवाई की है। पूरे देश में सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी करने वाले दर्जनों युवक और युवतियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक और युवतियों को चंदौती थाने लाया गया। इस बात की जानकारी परिजनों को लगी तो थाना के बाहर परिजनो की भीड़ जमा होने लगी।
परिजन गिरफ्तारी का विरोध करने लगे। उसके बाद चंदौती थाने की पुलिस ने विरोध कर रहे परिजनों को काफी समझाया बुझाया। लेकिन, नहीं परिजन मानने के लिए तैयार नहीं थे और विरोध करते हुए पुलिस गाड़ी के सामने खड़े हो गए। इसके बाद चंदौती थाना की पुलिस जबरन परिजनों को बलपूर्वक हटाया। वहीं विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस के द्वारा मामूली लाठीचार्ज भी किया गया।
गया पुलिस ने लोन दिलाने के नाम पर साइबर ठगी करने वाले गिरोह के 36 साइबर अपराधकर्मियों को एक साथ गिरफ्तार किया है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने साइबर गिरोह के अपराधियों के पास से तीन लैपटॉप और 33 मोबाइल समेत अन्य दस्तावेज भी बरामद किया। इस संबंध में सीनियर एसपी आशीष भारती ने बताया कि जिला में साइबर फ्रॉड करने में संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में साइबर थाने की पुलिस को सूचना मिली कि थानाध्यक्ष साइबर थाना को सूचना मिली कि शहर के वाईट हाउस काॅलनी में एक साइबर गिरोह कार्य कर रहा है। इसके बाद पूरे देश में लोगों के साथ एईपीएस एवं अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ देने के नाम पर ठगी की जा रही है।
गया के सीनियर एसपी ने बताया साइबर गिरोह के अपराधियों को एक साथ पकड़ने के लिए पुलिस नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस की विशेष टीम गठित किया गया। उक्त टीम ने गया शहर के मिर्जा गालीब कॉलेज के निकट स्थित एक तीन मंजिला मकान में चल रहे पेनोल साॅलुसन एंड कॉल सेंटर पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान साइबर गिरोह के मुख्य आरोपी निशांत कुमार समेत 36 युवक और युवतियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार मुख्य आरोपी से पुछताछ में बताया कि अन्य दो और सहयोगी के साथ मिलकर इस कम्पनी को चलाते है। तलाशी के दौरान 33 मोबाइल बरामद किया गया।
गया एसएसपी ने बताया कि बरामद मोबाइल में लगे नंबर का जांच करने पर पाया गया कि पूरे भारत में करीब 20 मोबाईल नंबर से 36 साइबर ठगी की शिकायत दर्ज की गई है। इन नंबरों से ऐईपीएस एवं अन्य योजनाओं का लाभ देने के नाम पर ठगी का कार्य किया गया है। गिरफ्तार अन्य लोगों से पूछताछ के क्रम में बताया गया कि उक्त मोबाईल नम्बर कंपनी के द्वारा दिया गया है। इस संबंध में गिरफ्तार निशांत कुमार एवं मोहित कुमार ने बताया कि ये अपने कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को लोन देने एवं सरकारी योजनाओं का लाभ देने के नाम पर अपने कर्मियों से साइबर ठगी का काम करवाते है।
इस मामले में साइबर थाना कांड दर्ज कर आगे कार्रवाई की जा रही है। वहीं सीनियर एसपी ने बताया कि अन्य साइबर फ्रॉड के बारे में भी पता किया जा रहा है। इस कांड में संलिप्त अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।