बालाघाट : हॉकफोर्स और जिला पुलिस बल ने चार हार्डकोर महिला नक्सलियों को मार गिराया है। बुधवार के दिन सुरक्षाबलों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया और सीएम मोहन यादव ने भी सुरक्षाबलों की इस सफलता को सराहा। अब इस मुठभेड़ में मारी गई नक्सलियों की पहचान हो गई हैं। इनमें आशा कान्हा भोरमदेव एरिया कमेटी में कमांडर थी। वहीं शीला, रंजीता, लख्खे कान्हा भोरमदेव दलम में सदस्य थी। इनके खिलाफ कुल 62 लाख रूपये का इनाम था। पुलिस ने चारों के शव को बरामद कर सुरक्षित रखवा दिए हैं। सभी के खिलाफ दर्जन भर से अधिक अपराध दर्ज हैं। सभी छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की रहने वाली हैं।
नक्सल ऑपरेशन को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता में बालाघाट जोन के आईजी संजय सिंह ने बताया कि 19 फरवरी को थाना गढ़ी के सूपखार वन रेंज में रौंदा फॉरेस्ट कैम्प के पास यह मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में अन्य नक्सली घायल हुए, जिन्हें उनके साथी घने जंगल का फायदा उठाते हुए अपने साथ लेकर भागने में सफल हुए। अब जंगल में 12 से अधिक सर्चिंग टीम के लगभग 500 से अधिक जवानों को जंगल में उतारा गया हैं। ये सभी जवान उन नक्सलियों की तलाश कर रहे हैं, जो मुठभेड़ में घायल हुए थे, लेकिन दूसरे नक्सलियों की मदद से मौके से भागने में सफल रहे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो दर्जन से ज्यादा की संख्या में हथियारों से लैस नक्सलियों के आने की सूचना मिली थी। ऐसे में हॉकफोर्स और जिला पुलिस टीम को सर्चिंग पर भेजा गया। इस दौरान गढ़ी के सूपखार वन रेंज के रौंदा फारेस्ट कैम्प के पास सर्चिंग टीम पर नक्सलियों की ओर से फायरिंग शुरू कर दी गई। हॉकफोर्स की ओर से संबंधित नक्सलियों को सरेंडर करने के लिये कहा गया, लेकिन नक्सलियों की ओर से लगातार फायरिंग कर जवानों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया। इसके बाद जवाबी फायरिंग में पुलिस और हॉकफोर्स को बड़ी सफलता मिली। इस आमने-सामने की मुठभेड़ में चार हार्डकोर महिला नक्सली मारी गईं।
सुरक्षाबलों के जवानों ने नक्सलियों के पास से एक इन्सास रायफल, एक एसएलआर रायफल, एक 303 रायफल और दैनिक उपयोग की अन्य सामग्री जब्त की है। आईजी ने जवानों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि नक्सली खात्मे को लेकर लगातार अभियान चल रहा हैं, जिसमें लगातार सफलता मिल रही है।