कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम करने वाली महिला की कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे में इवेंट मैनेजर सुतंद्रा चटर्जी की मौत हो गई। बताया जाता है कि महिला सुतंद्रा चटर्जी ने नशेड़ियों की छेड़छाड़ से बचने के लिए अपनी कार की रफ्तार तेज की थी। इसी दौरान हादसा हो गया। पुलिस ने छेड़छाड़ के दावों को खारिज किया है। साथ इसे रोडरेज की घटना बताया है।
पुलिस ने बताया कि हुगली की रहने वाली इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में कार्यरत सुतंद्रा चटर्जी अपने तीन साथियों के साथ बिहार के गया में एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कार से जा रही थी। रात करीब तीन बजे पश्चिम बर्धमान के पानागढ़ में सुतंद्रा की कार एक पेट्रोल पंप पर रुकी। इसके बाद सफेद रंग की एक दूसरी कार में बैठे पांच लोग सुतंद्रा की कार का पीछा करने लगे। उन्होंने शराब पी रखी थी।
पांचों लोगों की कार ने काफी देर तक उनका पीछा किया और ड्राइवर की बगल वाली सीट पर बैठी सुतंद्रा को गंदे इशारे करते रहे। छेड़छाड़ से बचने के दौरान सुतंद्रा की कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। कार सवार सुतंद्रा और उसके दो साथी बुरी तरह घायल हो गए। सुतंद्रा को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब उसकी मौत हो चुकी थी। दूसरी कार में सवार पांच लोग मौके पर ही अपनी गाड़ी छोड़कर फरार हो गए।
इवेंट मैनेजर की कार के ड्राइवर राजदूत शर्मा ने बताया कि उनकी कार को दो बार टक्कर मारी गई। इससे कार पलट गई। कुछ लोगों ने भी बताया कि कार का 10 किमी तक पीछा किया गया। मंगलवार को पश्चिम बंगाल पुलिस ने छेड़छाड़ के दावों को खारिज कर दिया। पुलिस ने इसे रोडरेज का मामला बताया। पुलिस ने चटर्जी की कार को ओवरटेक करने की कोशिश करने के लिए जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है।
इवेंट मैनेजर सुतंद्रा चटर्जी की मां तनुश्री ने पुलिस के बयान को खारिज कर दिया और तत्काल कार्रवाई की मांग की। सुतंद्रा की मां तनुश्री ने कहा कि संदिग्ध कार को रोकने की कोशिश कर रहे थे ताकि मेरी बेटी का अपहरण कर सकें। यहां तक कि हमारे ड्राइवर राजदूत शर्मा ने भी यही बयान दिया है। वह एक बुजुर्ग व्यक्ति है और कभी भी लापरवाही से गाड़ी नहीं चलाता। अगर बबलू यादव और उसके साथी दोषी नहीं हैं तो वे पहले ही क्यों भाग गए?
उन्होंने कहा कि मेरे पति का 10 महीने पहले निधन हो गया। सुतंद्रा हमारे लिए एकमात्र सहारा थी। वह हमारे लिए सबकुछ थी। मैं अपनी बेटी के लिए न्याय चाहती हूं। पुलिस को उस कार में बैठे लोगों को गिरफ्तार करना चाहिए। ये लोग खुलेआम शराब पी रहे हैं और हम अपनी बेटियों को ऐसे गुंडों की वजह से कमरे में छिपने के लिए कहते हैं। मेरी बेटी अपने ही राज्य में सुरक्षित नहीं थी।
मामले के बाद बंगाल के राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। भाजपा नेताओं ने महिला सुरक्षा को लेकर सत्तारूढ़ टीएमसी को घेरा है। भाजपा के राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। सांविधानिक तंत्र पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। भाजपा ने सुकांता मजूमदार ने कहा कि पश्चिम बंगाल जीवित नरक बन गया है।
तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि कुणाल घोष ने आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग घटना को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि घटना कानून और व्यवस्था की विफलता के बजाय यातायात दुर्घटना के कारण हुई थी। पुलिस हर जगह नहीं हो सकती, लेकिन नागरिकों को राजमार्गों पर जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।
घटना का पश्चिम बंगाल महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है। महिला आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने मंगलवार को मृतका के आवास का दौरा किया। महिला आयोग की अध्यक्ष लीना गंगोपाध्याय ने कहा कि तीन सदस्यीय टीम ने मृतका के घर का दौरा किया। टीम मृतक की मां, रिश्तेदारों, कार चालक और उसके साथ यात्रा करने वालों के बयान दर्ज करेगी। हमने मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। ताकि पुलिस 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश कर सके। वे हमारे साथ सभी सबूत साझा करेंगे।