पटना : देर रात 2.30 बजे के करीब बिहार की धरती भी भूकंप के झटकों से कांप गई। भूकंप के ये तेज झटके करीब पूरे उत्तर बिहार में महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 5.1मापी गई। इस भूकंप का केंद्र नेपाल चीन सीमा के लिस्टीकोट,सिन्धुपालचोक में था। भारतीय समयानुसार रात दो बजकर 5.1 भूकंप के झटके महसूस किए। इस भूकंप से फिलहाल बिहार में किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है।
भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोगों की नींद खुल गई। घबराकर लोग घरों से बाहर निकल पड़े। बिहार के रक्सौल, समस्तीपुर, दरभंगा, शिवहर और पटना समेत करीब-करीब उत्तरी बिहार के अधिकांश हिस्से में महसूस किए गए।
उत्तरी बिहार में आए भूकंप के तेज झटकों को नेपाल में आए 6 से ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप का यह असर माना जा रहा है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल ही था। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज ने बताया कि भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर (6.21 मील) थी।
इससे पहले बिहार के सिवान और उसके आसपास के जिलों में 17 फरवरी की सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे। सिवान में भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत फैल गई और वे इमारतों से बाहर निकल आए।
आसपास के जिलों में भी लोग भूकंप से घबराकर सड़कों पर आ गए। सुबह आठ बजकर दो मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी गई थी। भूकंप का केंद्र सिवान में 10 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप के झटके दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी महसूस किए गए थे।