नई दिल्ली : यूजर्स के तमाम तरह के आरोपों के बाद Mozilla ने कबूल किया है कि वह लोगों की प्रतिक्रिया का स्वागत करता है। Mozilla एक गैर-लाभकारी संस्था है। इसने अपनी नई उपयोग की शर्तों में बदलाव किया है। दरअसल पिछले हफ्ते मोजिला ने फायरफॉक्स के लिए नई उपयोग शर्तें जारी की थीं, जिसमें कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया था जिससे ऐसा प्रतीत हुआ कि कंपनी उपयोगकर्ताओं के डेटा पर व्यापक स्वामित्व अधिकार मिल रहे हैं यानी यूजर्स के डेटा को एक्सेस किया जा रहा है।
इन शर्तों के पहले संस्करण में कहा गया था: “जब आप फायरफॉक्स के माध्यम से कोई जानकारी अपलोड या इनपुट करते हैं, तो आप हमें एक गैर-विशेष, रॉयल्टी-फ्री, वैश्विक लाइसेंस प्रदान करते हैं जिससे हम आपकी जानकारी का उपयोग फायरफॉक्स के माध्यम से आपको ऑनलाइन सामग्री को नेविगेट, अनुभव और इंटरैक्ट करने में सहायता करने के लिए कर सकते हैं।”
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उपयोगकर्ताओं ने इसकी कड़ी आलोचना की, जिससे कंपनी पर दबाव बढ़ा। अब इस विवादास्पद क्लॉज को नई उपयोग शर्तों से हटा दिया गया है और इसकी जगह अतिरिक्त स्पष्टीकरण दिया गया है।
संशोधित शर्तों में अब यह कहा गया है, “आप मोजिला को फायरफॉक्स संचालित करने के लिए आवश्यक अधिकार प्रदान करते हैं। इसमें आपका डेटा उसी प्रकार सेव किया जाएगा जैसा कि फायरफॉक्स की गोपनीयता सूचना में बताया गया है। साथ ही यह एक गैर-विशेष, रॉयल्टी-फ्री, वैश्विक लाइसेंस भी प्रदान करता है, ताकि हम आपके द्वारा फायरफॉक्स में दर्ज की गई सामग्री को उसी तरह उपयोग कर सकें जैसा आप चाहते हैं। यह मोजिला को उस सामग्री का स्वामित्व प्रदान नहीं करता।”
मोजिला ने स्पष्ट किया कि ‘डेटा की बिक्री’ की कानूनी परिभाषा व्यापक और बदलती हुई है। कई कंपनियों को यह स्पष्ट नहीं है कि वे ‘डेटा बेचने’ की श्रेणी में आती हैं या नहीं। हमने उपयोगकर्ताओं की चिंताओं को सुना, खासकर लाइसेंसिंग से संबंधित भागों को लेकर। हमारी मंशा सिर्फ यह स्पष्ट करने की थी कि फायरफॉक्स किस प्रकार काम करता है, लेकिन इससे कुछ भ्रम और चिंता उत्पन्न हो गई।
कुल मिलाकर कंपनी का कहना है कि वह यूजर्स को प्राइवेसी को लेकर गंभीर है और यूजर्स को ट्रैक नहीं करती है। इसके अलावा वह यूजर्स् के डेटा को भी किसी थर्ड पार्टी एजेंसी के साथ शेयर नहीं करती और ना ही डेटा का सौदा करती है।