नागपुर : नागपुर में सोमवार रात को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन शहर के संवेदनशील इलाकों में अभी भी कर्फ्यू जारी है. इस बीच, नागपुर पुलिस ने बुधवार को फहीम शमीम खान की पहली तस्वीर जारी की है, जिसे इस हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. इस हिंसा में कई लोग घायल हुए थे और अब तक करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
फहीम खान अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) का नगर अध्यक्ष है और नागपुर के यशोधरा नगर स्थित संजय बाग कॉलोनी में रहता है. पुलिस ने बताया कि सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में दर्ज की गई एफआईआर में फहीम खान का नाम प्रमुख आरोपियों में शामिल है. प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि फहीम खान ने हिंसा भड़कने से कुछ समय पहले कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया था, जिससे इलाके में तनाव बढ़ गया और हिंसा भड़क उठी.
फहीम खान ने 2024 के लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट से MDP के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. हालांकि, वह बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से 6.5 लाख से अधिक वोटों से हार गया था. चुनाव में करारी हार के बाद भी फहीम खान राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय था, लेकिन हालिया हिंसा में उसकी भूमिका सामने आने के बाद पुलिस ने अब उसे मुख्य आरोपी बनाया है.
नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंद्र कुमार सिंघल ने बताया कि शहर में स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है. उन्होंने कहा कि संवेदनशील इलाकों में दो हजार से अधिक सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. इसके अलावा, त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) और दंगा नियंत्रण पुलिस (RCP) की गश्त भी जारी है. सभी ऑपरेशन पुलिस उपायुक्त (DCP) रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में चलाए जा रहे हैं.
पुलिस के अनुसार, सोमवार रात साढ़े सात बजे के करीब मध्य नागपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी. हिंसा के दौरान पुलिस पर पथराव किया गया और कई इलाकों में आगजनी भी हुई. यह हिंसा एक अफवाह के बाद फैली, जिसमें कहा गया कि औरंगजेब की कब्र हटाने के लिए दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय के धार्मिक ग्रंथ को जला दिया गया था. इस अफवाह ने इलाके में तनाव फैला दिया, जिसके बाद हिंसा शुरू हो गई.