टोरंटो : पूर्व कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के हटते ही कनाडा का माहौल बदला-बदला दिखाई दे रहा है। रामनवमी पर कनाडा के नए पीएम मार्क कार्नी टोरंटो स्थित बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे।
कनाडा में हिंदू विरोधी माहौल के बाद पीएम का रामनवमी पर हिंदू मंदिर में जाना मायने रखता है। कार्नी ने एक पोस्ट में लिखा, रामनवमी उत्सव के मौके पर मैं स्वामीनारायण मंदिर टोरंटो में हिंदू समुदाय के लोगों के साथ शामिल हुआ।
अपनी संस्कृति और परंपरा को हमारे साथ साझा करने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार। रामनवमी की शुभकामनाएं। बता दें कि इस उत्सव में प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए वहां पहले से ही कैबिनेट मंत्री अनीता आनंद मौजूद थीं। कार्नी की कैबिनेट में दो भारतवंशी महिलाओं को भी जगह मिली है।
मार्क कार्नी एक बैंकर और अर्थशास्त्री हैं। वे साल 2008 में बैंक ऑफ कनाडा के गवर्नर भी रह चुके हैं। कनाडा को मंदी से निकालने के लिए उन्होंने जो कदम उठाए थे, उससे प्रभावित होकर ही उन्हें साल 2013 में बैंक ऑफ इंग्लैंड का गवर्नर बनाया गया था।
कार्नी की नियुक्ति ऐसे समय हुई, जब कनाडा, अमेरिका के साथ टैरिफ युद्ध में उलझना शुरू हुआ और उसकी आर्थिक स्थिति भी खराब है। कार्नी को ट्रंप विरोधी माना जाता है और उन्होंने ट्रंप के कनाडा पर टैरिफ लगाने के फैसले की कड़ी आलोचना की थी।
गत वर्ष खालिस्तानियों ने कई हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया। ऐसे में ट्रूडो सरकार की छवि भी काफी खराब हुई। कार्नी अब छवि सुधारने में जुटे हैं। गत वर्ष कई बार मंदिरों में कॉन्सुलर कैंप के दौरान भी खालिस्तानियों ने तोड़फोड़ की।
इसके अलावा कई जगहों पर हिंदू मंदिर में मूर्तियां तक तोड़ दी गईं थीं। कार्नी ने इन पर नियंत्रण किया है। ट्रूडो ने प्रधानमंत्री रहते हुए भारत सरकार के कथित एजेंटों पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था। जिसके बाद दोनों देशों के संबंधों में तनाव आ गया था।