बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक शख्स को 50 करोड़ रुपये में कुत्ता खरीदने का दावा भारी पड़ गया है। ED ने ऐसा दावा करने वाले शख्स के घर पर छापा मार दिया है। ईडी ने फेमा कानून के उल्लंघन में ये छापेमारी की है। हालांकि, जब ईडी की टीम ने शख्स से पूछताछ की तो मामला कुछ और ही निकला। 50 करोड़ रुपये में कुत्ता खरीदने वाले शख्स के दावे झूठे साबित हुए हैं। आइए जानते हैं ये पूरा मामला।
दरअसल, ये पूरा मामला बेंगलुरु का है। जहाँ एक डॉग ब्रीडर सतीश के घर ED की टीम ने आज छापा मारा। छापा फेमा के उल्लंघन के शक में डाला गया। हुआ यूं कि डॉग ब्रीडर सतीश ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि उसने एक विदेशी नस्ल का कुत्ता पचास करोड़ रुपये में खरीदा है। इसकी जानकारी जैसे ही ED की टीम को पता चली तो तुरंत एक टीम सुबह सतीश के घर जा पहुंची।
प्रवर्तन निदेशालय यानी ED की टीम ये जानना चाहती थी कि शख्स द्वारा कुत्ता खरीदने के एवज में 50 करोड़ रुपये का भुगतान कैसे किया गया? ईडी द्वारा जब सतीश के अकाउंट का डिटेल खंगाला गया तो पता चला कि अकाउंट से कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है। ऐसे में शक हुआ कि क्या पेमेंट के लिए हवाला रूट का इस्तेमाल हुआ?
ED ने जब सतीश से सामने बैठाकर पूछताछ की तो कहानी कुछ और ही निकली। जांच में सतीश के दावे झूठे साबित हुए। ED के अधिकारियों ने कहा कि जिस कुत्ते की तस्वीरें सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित की गई थीं, वह उसके पड़ोसी का था और उसकी कीमत ‘एक लाख रुपये भी नहीं’ थी। सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत कोई जांच शुरू नहीं की है।