साइबर ठगी की रकम हवाला के जरिये भेजी जा रही थी चीन, गुजरात से दो गिरफ्तार

Delhi-Arrest-gujrat

नई दिल्ली : शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ठगी करने के आरोप में उत्तरी जिला की साइबर थाना पुलिस ने सूरज, गुजरात से दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सूरत, गुजरात निवासी शाह मुजम्मिल असलम (26) और हीरागल अब्दुल हफीज (41) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन व एक सिमकार्ड बरामद किया है।

छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि ठगी की रकम को हीरागल हवाला के जरिये चीन भेज रहा था। वह एक चीनी नागरिक यान दीदी के संपर्क में था। 10 फीसदी कमीशन रखने के बाद बाकी 90 फीसदी रकम विदेश भेज दी जाती थी। आरोपियों के पास से मिले बैंक खातों में करोड़ों की लेनदेन का पता चला है।

उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने बताया कि शास्त्री नगर निवासी प्रदीप शर्मा के साथ 44.60 लाख की ठगी हुई थी। फेसबुक के जरिये उनको शेयर बाजार में निवेश का पता चला। पीड़ित ने जब आरोपियों से संपर्क किया तो उनको एक व्हाट्सएप ग्रुप पर जोड़ दिया गया। बाद में उनको अपनी जाल में फंसाकर उनसे रकम वसूल ली गई।

रुपये वापस मांगने पर आरोपियों ने मोटी रिटर्न मिलने की बात कर और निवेश के लिए कहा। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। छानबीन के दौरान टीम ने करीब 100 से अधिक मोबाइल नंबरों के सीडीआर की पड़ताल की। इसके अलावा पता चला कि पीड़ित की रकम को कई अलग-अलग खातों में घुमाया गया है।

पुलिस ने खातों के आधार पर आरोपियों की पहचान सूरत निवासियों के रूप में की। पांच अप्रैल को टीम सूरज पहुंची और उसने शाह मुजम्मिल असलम को दबोच लिया। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया। उससे से पूछताछ के बाद हीरागल को भी सूरत से गिरफ्तार कर लिया गया।

शाह मुजम्मिल ने जेके इंटरप्राइजेज के नाम से चालू खाता खुलवाया था। खाते के लिए ऑटो चालक पठान जुबैर खान के कागजात लगाए गए थे। इसके बाद उसके खाते की नेट बैंकिंग, पासवर्ड समेत तमाम कंट्रोल हीरागल को सौंप दिया। बदले में मुजम्मिल को ठगी की रकम का पांच फीसदी पैसा मिलता था। हीरागल खाते का संचालन चीनी नागरिक को सौंप देता था। उसके बदले उसे कुल 10 फीसदी रकम मिलती थी।

भारत में हीरागल का काम चालू खाते खुलवाकर उनका संचालन चीनी नागरिक के हवाले करना था। मुजम्मिल की तरह कई लोग खाते खुलवाकर उसको देते थे। इन खातों में ठगी की करोड़ों रुपये रकम आती थी। कई बार हीरागल रकम को बैंक खातों से निकालकर हवाला के जरिए चीन भेजा था। हीरागल ने बताया कि वह पिछले साल चीनी नागरिक यान दीदी से मिलने दुबई गया था। इसके बाद से वह उसके इशारे पर ही काम कर रहा था।