कोलकाता : पाकिस्तान की हिरासत से रिहा हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पूर्णम कुमार साव बुधवार को भारत लौट आए। उनके लौटने के साथ ही उनके परिवार में खुशियों की लहर दौड़ उठी। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिशड़ा निवासी साव को सुबह 10:30 बजे अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान रेंजर्स ने बीएसएफ को सौंपा। साव की वापसी पर उनके परिवार ने केंद्र सरकार व बीएसएफ का आभार व्यक्त किया।
बता दें कि बीएसएफ के जवान पूर्णम साव को 23 अप्रैल को पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में ड्यूटी के दौरान गलती से सीमा पार करने पर पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में लिया था। यह घटना कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के एक दिन बाद हुई थी।
बीएसएफ जवान की वापसी पर उनके पिता भोला नाथ साव ने केंद्र सरकार और बीएसएफ का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि मैं केंद्र और राज्य सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मेरे बेटे को पाकिस्तान से रिहा करवाया। उन्होंने कहा कि अब जब मेरा बेटा वापस आ गया है तो मैं चाहूंगा कि वह एक बार फिर देश की सेवा करें।
बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साव आज सकुशल वापसी पर उनकी पत्नी राजनी साव ने एक गहरा और भावुक संदेश दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी का धन्यवाद किया। उनकी पत्नी राजनी साव ने कहा कि जब 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, तब मोदी जी ने 15-20 दिनों में हर किसी के सुहाग का बदला ऑपरेशन सिंदूर के जरिए ले लिया और 4-5 दिन बाद मेरे सुहाग को भी वापस ले आए। मैं हाथ जोड़कर दिल से उनका आभार व्यक्त करती हूं।
बीएसएफ जवान की पत्नी ने आगे बताया कि आज सुबह एक अधिकारी का फोन आया और बाद में उनके पति ने वीडियो कॉल भी किया। उन्होंने कहा कि मैं ठीक हूं, घबराना मत। दोपहर 3 बजे फिर कॉल करूंगा। वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इसके साथ ही राजनी ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी 3-4 दिन पहले उनसे बात की थी और आश्वासन दिया था कि उनके पति इसी हफ्ते लौट आएंगे। साथ ही उन्होंने मुझे घबराने से मना किया और कहा कि वह खुद बीएसएफ अधिकारियों से बात कर रही हैं। मुझे सबका साथ मिला – केंद्र से लेकर राज्य तक, पूरा देश मेरे साथ खड़ा रहा। मैं सभी का दिल से धन्यवाद करती हूं।
बीएसएफ के जवान पूर्णम कुमार साव की वापसी पर उनके परिजन ने कहा कि पिछले दो हफ्ते हमारे लिए बेहद तनाव भरे और नींद रहित रहे। आज हम बेहद खुश हैं। साथ ही उन्होंने साव की सुरक्षित वापसी को लेकर केंद्र सरकार और बीएसएफ का आभार भी व्यक्त किया।
वहीं इस मामले में बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि जवान को शांति और तय प्रोटोकॉल के अनुसार सौंपा गया। वापस आने के बाद पूर्णम साव का स्वास्थ्य परीक्षण, काउंसलिंग, और डिब्रीफिंग (पूछताछ) की जाएगी। अभी उन्हें सक्रिय ड्यूटी में नहीं लगाया जाएगा। साथ ही पंजाब फ्रंटियर की ओर से इस मामले की जांच भी होगी कि आखिर किन हालात में वे सीमा पार कर गए।