झारखंड बोर्ड 12वीं कॉमर्स और साइंस का रिजल्ट जारी

result-CMAT

रांची : झारखंड बोर्ड 12वीं की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों का इंतजार खत्म हो गया है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) की तरफ से कक्षा 12वीं का रिजल्ट जारी आज यानी 31 मई 2025 को जारी किया गया है. छात्र अपना रिजल्ट झारखंड बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट jacresults.com और jac.jharkhand.gov.in पर चेक कर सकते हैं.

जैक अध्यक्ष डॉ नटवा हांसदा ने झारखंड बोर्ड 12वीं का रिजल्ट जारी किया गया है. झारखंड बोर्ड इंटर 12वीं परीक्षा में पास होने के लिए स्टूडेंट्स को कम से कम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे.

JAC 12वीं रिजल्ट 2025 में लड़कियों ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया है. साइंस स्ट्रीम में 80.53% लड़कियां पास हुई हैं. वहीं लड़कों का पास प्रतिशत 78.43% रहा. कॉमर्स स्ट्रीम की बात करें तो यहां भी लड़कियां आगे रहीं. इस बार कॉमर्स में 95% लड़कियां पास हुईं. जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 86% रहा. यह आंकड़े लड़कियों की मेहनत को दिखाते हैं.

झारखंड बोर्ड 12वीं का रिजल्ट जारी हो गया है. कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम का रिजल्ट हो गया है. जिलेवार रिजल्ट चेक करने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें.

झारखंड बोर्ड 12वीं में शामिल होने वाले छात्रों का इंतजार खत्म हो गया है. रिजल्ट चेक करने के लिए छात्रों को ऑफिशियल वेबसाइट jacresults.com और jac.jharkhand.gov.in पर जाना होगा.

जैक बोर्ड 12वीं साइंस में छात्राओं का पास प्रतिशत 80.29 और छात्रों का पास प्रतिशत 78.47% रहा है. कॉमर्स में छात्राओं का पास प्रतिशत 95.05% और छात्रों का पास प्रतिशत 78.47% रहा.

जैक बोर्ड 12वीं साइंस में छात्राओं का पास प्रतिशत 80.29 और छात्रों का पास प्रतिशत 78.47% रहा है. झारखंड बोर्ड 12वीं साइंस में कुल 79.26 फीसदी छात्रों को सफलता हासिल हुई है.

झारखंड बोर्ड 12वीं साइंस में कुल 79.26 फीसदी छात्रों को सफलता हासिल हुई है. वहीं, कॉमर्स में 92 फीसदी छात्रों को सफलता मिली है.

झारखंड बोर्ड 12वीं का रिजल्ट जारी हो गया है. बोर्ड की तरफ से डिजिलॉकर पर results.digilocker.gov.in रिजल्ट जारी दिया गया है.

जैक अध्यक्ष डॉ नटवा हांसदा ने कहा कि परिषद तत्पर रहता है कि परीक्षा सुगमतापूर्वक किया जाए और मूल्यांकन और परिणाम का ससमय आए हैं.

झारखंड बोर्ड इंटर यानी 12वीं परीक्षा 2025 में पास होने के लिए छात्रों को कम से कम 33 प्रतिशत अंक लाने होंगे. अगर किसी छात्र के कुछ अंक कम रह जाते हैं, तो बोर्ड उन्हें ग्रेस मार्क्स भी देता है. अगर कोई छात्र एक विषय में फेल हो जाता है, तो उसे उस विषय में 5% तक ग्रेस अंक दिए जा सकते हैं. 

वहीं अगर कोई छात्र दो विषयों में फेल हो रहा है, तो बोर्ड उसे दोनों विषयों में 3% तक ग्रेस अंक दे सकता है. यह सुविधा छात्रों को पास करने में मदद करती है, ताकि वे साल बर्बाद होने से बचा सकें. हालांकि ग्रेस मार्क्स बोर्ड की शर्तों और नियमों पर आधारित होते हैं, इसलिए जरूरी है कि छात्र अच्छे से तैयारी करें.