डायरेक्टर मनीष गुप्ता ने ड्राइवर पर चाकू से किया हमला

manish-Gupta

मुंबई : फिल्म राइटर और डायरेक्टर मनीष गुप्ता पर आरोप लगा है कि उन्होंने अपने ड्राइवर पर चाकू से हमला कर दिया है। ड्राइवर ने मुंबई के वर्सोवा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक 30 मई को मनीष गुप्ता ने अपने ड्राइवर मोहम्मद लश्कर को नौकरी से निकाल दिया था। 

लेकिन उसके कुछ दिन बाद उसे फिर से नौकरी पर रख लिया। इस बीच दोनों के बीच विवाद हुआ जिसके बाद मनीष गुप्ता ने कथित तौर पर अपने ड्राइवर पर चाकू से हमला कर दिया। जानकारी के मुताबिक मोहम्मद लश्कर ने 3 साल तक राइटर डायरेक्टर मनीष गुप्ता के पास नौकरी की और उसका 23000 रुपए का मेहनताना भी वकाया था। हालांकि मनीष गुप्ता ने अपने लॉयर के माध्यम से पुलिस को बताया है कि लगाए गए सभी आरोप में बेबुनियाद हैं।

मनीष गुप्ता बॉलीवुड के दिग्गज राइटर और डायरेक्टर हैं। मनीष ने बतौर डायरेक्टर 6 फिल्में बनाई हैं और 10 से ज्यादा फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी है। साल 2005 में आई फिल्म ‘डरना जरूरी है’ से मनीष ने बतौर डायरेक्टर अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद ‘द स्टोनमैन मर्डर्स’, ‘रहस्य’, ‘420 आईपीसी’ और ‘वन फ्राइडे नाइट’ जैसी फिल्में बनाईं और खूब नाम कमाया। 
डायरेक्शन के साथ मनीष एक दिग्गज राइटर भी हैं और अब तक 10 से ज्यादा फिल्मों की कहानी और स्क्रीनप्ले लिख चुके हैं। अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म ‘सरकार’ के भी मनीष ही डायरेक्टर रहे हैं। डी नाम की फिल्म से बतौर राइटर अपने करियर की शुरुआत करने वाले मनीष ने जेम्स, सरकार समेत कुल 10 से ज्यादा फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी है।

3 जून को डायरेक्टर के ड्राइवर रहे मोहम्मद लश्कर ने गुप्ता को फोन करके बकाया रकम मांगी। गुप्ता ने कथित तौर पर उससे कहा कि उसे तभी वेतन मिलेगा जब वह काम पर वापस आएगा। इस बात पर विश्वास करके लश्कर ने 4 जून को काम पर वापस आ गया। हालांकि, उसे अभी तक वेतन नहीं मिला है। अगले दिन स्थिति हिंसक हो गई।

5 जून को रात करीब 8:30 बजे, जब दोनों गुप्ता के वर्सोवा कार्यालय में थे, लश्कर ने एक बार फिर उनके लंबित वेतन के बारे में पूछा। इससे कथित तौर पर गुप्ता नाराज हो गए और उन पर चिल्लाने लगे। इसके बाद उन्होंने कथित तौर पर रसोई का चाकू लिया और लश्कर के धड़ के दाहिने हिस्से पर वार कर दिया।

घायल होने के बावजूद लश्कर कार्यालय से बाहर निकलने में कामयाब रहा और मदद के लिए पुकारा। पास में मौजूद एक ड्राइवर और बिल्डिंग का चौकीदार उसकी मदद के लिए आया। इसके बाद लश्कर ऑटो-रिक्शा लेकर विले पार्ले वेस्ट के कूपर अस्पताल गया, जहां उसका इलाज हुआ। 

जब उसकी हालत स्थिर हुई, तो लश्कर वर्सोवा पुलिस स्टेशन गया और शिकायत दर्ज कराई। उसके बयान के आधार पर मनीष गुप्ता पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 118(2), 115(2) और 352 के तहत मामला दर्ज किया गया। इनमें खतरनाक हथियार का इस्तेमाल कर गंभीर चोट पहुंचाने और शांति भंग करने की आशंका वाले अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप शामिल हैं। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।