नई दिल्ली : एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग और अन्य कार्यकर्ताओं के साथ राहत सामग्री लेकर गाजा जा रही शिप को इजराइल ने रोक दिया है। इंटरनेशनल वाटर में इजरायल डिफेंस फोर्स के जवानों शिप में दाखिल हुए और वहां मौजूद सभी एक्टिविस्ट को अपने फोन बंद करने को कहा। इससे पहले ग्रेटा थनबर्ग ने वीडियो जारी कर मदद मांगी है। उन्होंने कहा कि इजराइली सेना ने उन्हें किडनैप कर लिया है और सभी को उनकी रिहाई के लिए विदेश मंत्रालय पर दबाव बनाना चाहिए।
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि इजरायली अधिकारियों ने मैडलीन को रोक लिया है। मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “सेलिब्रिटीज” की “सेल्फी नौका” सुरक्षित रूप से इजरायल के तटों की ओर बढ़ रही है।” पोस्ट में ग्रेटा और अन्य पर मीडिया में उकसावे का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है, जिसका एकमात्र उद्देश्य प्रचार प्राप्त करना था और दावा किया गया है कि पिछले दो हफ्तों में गाजा में पर्याप्त सहायता पहुंच गई है।
सिसिली से गाजा रवाना हुई थी शिप : पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और 12 अन्य कार्यकर्ताओं को लेकर मैडलीन नाम की शिप पिछले रविवार को सिसिली से गाजा की तरफ रवाना हुई थी। इस शिप में गाजा के लोगों के लिए मदद सामग्री मौजूद है। शिप का संचालन फ्रीडम फ्लोटिला गठबंधन कर रहा है। इस शिप को गाजा तक भेजने का उद्देश्य फलस्तीनी क्षेत्र में बढ़ते मानवीय संकट के बारे में दुनिया को जागरूक करना भी है। हालांकि, इजराइल ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह शिप को गाजा तक नहीं पहुंचने देगा। रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने रविवार को कहा था कि इजराइल किसी को भी फलस्तीनी क्षेत्र पर अपनी नौसैनिक नाकेबंदी तोड़ने की अनुमति नहीं देगा, जिसका उद्देश्य हमास को हथियार आयात करने से रोकना है।
सोमवार को क्या हुआ? : रविवार को रवाना हुई शिप सोमवार को गाजा के करीब पहुंची। इजराइल ने यहां इंटरनेशनल वाटर में ही घेराबंदी कर रखी है। इजराइल का कहना है कि समुद्री रास्ते से गाजा पट्टी तक हथियार पहुंचाए जाते हैं। इन हथियारों की सप्लाई को रोकने के लिए घेराबंदी की गई है। ऐसे में इजराइली सेना के सैनिक मैडलीन शिप पर सवार हुए और वहां मौजूद सभी लोगों को फोन बंद करने के लिए कहा। इस समय तक शिप का कैप्टन संपर्क में था, जिसने कहा कि कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ है। इससे पहले ड्रोन के जरिए जहाज पर सफेद पेंट जैसा पदार्थ गिराया गया था। जहाज का रेडियो जाम कर दिया गया था और इसमें विचित्र आवाजें सुनाई दे रही थीं।
ग्रेटा थनबर्ग ने क्या कहा? : ग्रेटा थनबर्ग ने पहले से रिकॉर्ड किया हुआ वीडियो शेयर करते हुए मदद मांगी है। इस वीडियो में उन्होंने कहा “मेरा नाम ग्रेटा थनबर्ग है और मैं स्वीडन से हूं। अगर आप यह वीडियो देखें, तो हमें इजराइली सेना या इजराइल का समर्थन करने वाले सैनिक इंटरनेशनल वॉटर पर रोक रहे हैं और हमें किडनैप किया जा रहा है। मैं अपने सभी दोस्तों, परिवार और साथियों से आग्रह करती हूं कि वे स्वीडिश सरकार पर मुझे और अन्य लोगों को जल्द से जल्द रिहा करने के लिए दबाव डालें।”
गाजा में भुखमरी का डर : हमास पर दबाव बनाने के उद्देश्य से इजरायल ने तीन महीने तक गाजा में पूरी तरह से नाकेबंदी कर रखी है। पिछले महीने इजरायल ने गाजा में कुछ बुनियादी मदद पहुंचाना शुरू किया, लेकिन मानवीय सहायता में लगे कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि नाकेबंदी और युद्ध समाप्त नहीं हुआ, तो गाजा में भुखमरी की स्थिति पैदा हो सकती है। पिछले महीने भी फ्रीडम फ्लोटिला की नौका ने समुद्र के रास्ते गाजा पहुंचने की थी, लेकिन यह असफल रही थी। माल्टा के अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में पहुंचने पर समूह की एक अन्य नौका पर दो ड्रोन की मदद से हमला किया गया, जिससे यह कोशिश नाकाम हो गई। समूह ने इस हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया। इस हमले में नौका का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।