मुंबई : इजरायल और ईरान के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं, जिसका सीधा असर दुनियाभर के बाजारों पर पड़ता हुआ नजर आ रहा है। शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार भी इसकी चपेट में आ गया। हफ्ते के आखिरी दिन सेंसेक्स 1264.18 अंकों की भयावह गिरावट के साथ 80,427.81 अंकों पर खुला। इसी तरह, निफ्टी 50 इंडेक्स भी 415.20 अंकों के नुकसान के साथ 24,473.00 अंकों पर खुला। बताते चलें कि गुरुवार को भी बाजार ने बड़ी गिरावट के साथ कारोबार बंद किया था। कल सेंसेक्स 823.16 अंकों और निफ्टी 253.20 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
शुक्रवार को सेंसेक्स की सभी 30 कंपनियों के शेयरों ने नुकसान के साथ लाल निशान में कारोबार शुरू किया। जबकि, निफ्टी 50 की 50 में से सिर्फ 1 कंपनी का शेयर ही बढ़त के साथ हरे निशान में खुला और बाकी की सभी 49 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में खुले। आज सेंसेक्स की कंपनियों में शामिल लार्सन एंड टुब्रो के शेयर सबसे ज्यादा 2.77 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुला।
भारतीय शेयर बाजार में आज की इस बड़ी गिरावट के पीछे कई बड़े और प्रमुख कारण हैं। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव इस गिरावट का सबसे बड़ा और प्रमुख कारण है। बताते चलें कि इन दोनों देशों के बीच खराब होते हालात का असर पूरी दुनिया के बाजारों पर पड़ रहा है। इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया है। जिसके जवाब में ईरान ने भी इजरायल पर हमले किए हैं। बताते चलें कि ईरान कच्चे तेल का बड़ा निर्यातक देश है।
इजरायल के अलावा, ईरान के संबंध अमेरिका के साथ भी खराब होते नजर आ रहे हैं। अमेरिका ने ईरान को साफ शब्दों में कहा है कि उन्हें परमाणु बम बनाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ईरान पर इजरायल के हमले के बाद आज कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आज कच्चे तेल की कीमतें 11 प्रतिशत से बड़े उछाल के साथ 76 डॉलर प्रति बैरल से भी ऊपर पहुंच गई हैं। कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने का सीधा असर पूरी दुनिया के कारोबार पर पड़ेगा। मिडल-ईस्ट में बढ़ते तनाव की वजह से सोने की खरीदारी में भारी-भरकम उछाल आया है। निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए सोने का रुख कर रहे हैं।