नई दिल्ली : पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने दो महीने पहले ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। अपने इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
इसके बाद जब पाकिस्तान ने इस हमले के जवाब में भारत को प्रतिक्रिया देने की कोशिश की तो भारत ने उसके एयरबेस पर सटीक निशाने लगाकर उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया। इस पूरे संघर्ष के तीन दिन में भारत ने साबित कर दिया कि वह पाकिस्तान की किसी भी हरकत का माकूल जवाब देने के लिए हर वक्त तैयार है।
भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन और पाकिस्तान की मीडिया ने बिना सबूत दिए दावा किया कि उसने राफेल समेत भारत के छह फाइटर जेट मार गिराए। जिन्हें भारत ने खारिज कर दिया। अब फ्रांस में जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना का कोई राफेल विमान पाकिस्तान के हमले में नहीं गिरा।
राफेल बनाने वाली कंपनी दसॉ एविएशन के अध्यक्ष और सीईओ एरिक ट्रैपियर के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने एक राफेल लड़ाकू विमान खोया है लेकिन ऐसा अधिक ऊंचाई पर तकनीकी खराबी के कारण हुआ और इसकी जांच अब भी चल रही है। इसके गिरने में दुश्मन की कोई भूमिका नहीं थी।
फ्रांसीसी वेबसाइट एवियन डी चेस में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घटना एक प्रशिक्षण मिशन के दौरान 12,000 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर हुई। इसमें दुश्मन की कोई संलिप्तता या शत्रुतापूर्ण रडार संपर्क नहीं था। इस मामले में भारत सरकार या वायु सेना अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है। एक राफेल गंवाने की बात भी सरकार ने नहीं मानी है।
पिछले महीने सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने माना था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना को नुकसान हुआ था। हालांकि, उन्होंने राफेल सहित छह भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने के पाकिस्तान के दावे को नकारते हुए कहा कि यह दावा बिल्कुल गलत है।
उसी दिन अलग से दिए एक साक्षात्कार में जनरल चौहान ने कहा था, हमने अपनी रणनीति में सुधार किया और फिर 7, 8 और 10 तारीख को बड़ी संख्या में पाकिस्तान के अंदर एयरबेस पर हमला करने के लिए वापस गए। हमने बिना किसी रोक-टोक के उनकी सभी हवाई सुरक्षा को भेद दिया और सटीक हमले किए।
दसॉ के सीईओ ट्रैपियर ने पहले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीन राफेल जेट विमानों को मार गिराने के पाकिस्तान के दावे को खारिज कर दिया था और इसे गलत और निराधार कहा था।