पटना : राजधानी पटना के बहुचर्चित गोपाल खेमका हत्याकांड मामले का पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है। इस मामले में दो महत्वपूर्ण आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ एक एनकाउंटर भी दिखाई गई है, जिस पर परिजन सवाल उठा रहे हैं। इस पूरे मामले के कई पहलू हैं, जिसमें पुलिस भी शक के दायरे में आ रही है। हालांकि डीजीपी विनय कुमार ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में कई सारी जानकारियां दी, लेकिन पत्रकारों के कई सवालों में उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी।
प्रेस वार्ता में मौजूद एडीजी (मुख्यालय सह एसटीएफ) कुंदन कृष्णन ने मोबाइल से एक साउंड क्लिप सुनाया, जिसके बारे में यह कहा गया कि दो शख्स एक दूसरे से जमीन संबंधित विषय को लेकर बात कर रहे हैं।
उस बातचीत में गाली-गलौज भी की गई है। पुलिस का मानना है कि इस बातचीत में एक शख्स बिल्डर अशोक साव है, जबकि दूसरे शख्स की पहचान पुलिस ने नहीं बताई। हालांकि यह बात उन्होंने जरुर कही कि इस बातचीत के दौरान गोपाल खेमका के नाम का भी जिक्र किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि अशोक साव के मोबाइल से ऐसी कई चीजें मिली हैं, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
जानिए किस सवाल में फंसती नजर आई पुलिस
- पत्रकारों ने जब यह सवाल किया कि घटनास्थल पर पुलिस डेढ़ घंटे विलंब से क्यों पहुंची तो इस सवाल का पुलिस अधिकारी ने कोई जवाब नहीं दिया।
- वह कौन पुलिसकर्मी थे, जो हत्याकांड के थोड़ी देर बाद पहुंचे थे और परिजनों के द्वारा जब यह कहा गया कि यहां हत्या हुई है तो वह बिना मुआईना किये ही वहां से चले गये।
- हत्याकांड के बाद साक्ष्य को एकत्रित करने में भी कोताही बरती गई।
- घटनास्थल की जानकारी निकटतम थाना और वरीय पुलिस अधिकारियों को दूरभाष के माध्यम से दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद भी समय पर पुलिस नहीं पहुंची। जब यह सवाल आज पुलिस मुख्यालय में पुलिस प्रमुख से पूछी गई तो वह इस बात को टालते हुए नजर आये। इससे साफ़ है कि इस सवाल का उनके पास पर्याप्त जवाब नहीं रहा होगा।
- पुलिस महानिदेशक विनय कुमार से जब यह पूछा गया कि परिजनों का आरोप है कि यह एनकाउंटर नहीं बल्कि खुल्लम-खुल्ला हत्या है, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी।
- इस तरह के कई सवाल हैं जो पुलिस अनुसंधान को कटघरे में खड़े करते हैं। सत्तासीन एनडीए की मुख्य भूमिका में शामिल जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार के एक बयान में साफ़ तौर पर कहा गया है कि इस हत्याकांड में कुछ राजनीतिक चेहरे भी शामिल हो सकते हैं। इस सवाल को भी जब पुलिस महानिदेशक से पूछा गया तो वह इस सवाल से कटते नजर आये।
पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने कहा कि हत्या के सटीक कारण की तफ्तीश अभी जारी है। जल्द ही उन कारणों का खुलासा हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस हत्या का कारण पुरानी रंजिश, बेटे गुंजन खेमका की कुछ वर्ष पहले हुई हत्या के मामले में मुख्य गवाह होना जैसे कारण भी हो सकते हैं। फिलहाल छनबीन जारी है, और जांच पूरी होने के बाद ही असली कहानी स्पष्ट हो पाएगी।