श्रीनगर : कश्मीर के मंडलायुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण यात्रा मार्गों को नुकसान हुआ है। इन पर तत्काल मरम्मत और रखरखाव कार्य किए जाने की आवश्यकता है। इसलिए गुरुवार को दोनों आधार शिविरों से पवित्र गुफा की ओर किसी भी प्रकार की आवाजाही की अनुमति नहीं दी गई।
कश्मीर के ऊपरी इलाकों में लगातार खराब मौसम और तीर्थयात्रा मार्ग के क्षतिग्रस्त होने के कारण अमरनाथ यात्रा गुरुवार को स्थगित रही। पहलगाम और बालटाल दोनों आधार शिविरों से श्रद्धालु पवित्र गुफा की ओर रवाना नहीं किए गए। बालटाल मार्ग पर बरारीमर्ग और जेड मोड़ के बीच बुधवार की शाम को भूस्खलन हुआ था। सेना ने रास्ते में फंसे 3500 तीर्थयात्रियों को लंगर व अन्य जगह सुरक्षित ठहराया है। शुक्रवार को मौसम साफ रहा तो यात्रा बहाल कर दी जाएगी।
कश्मीर के मंडलायुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण यात्रा मार्गों को नुकसान हुआ है। इन पर तत्काल मरम्मत और रखरखाव कार्य किए जाने की आवश्यकता है। इसलिए वीरवार को दोनों आधार शिविरों से पवित्र गुफा की ओर किसी भी प्रकार की आवाजाही की अनुमति नहीं दी गई। अधिकारी और कर्मचारी लगातार बारिश के कारण प्रभावित तीर्थयात्रा मार्ग पर मरम्मत कार्य करने में जुटे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पर्याप्त सुरक्षा दल तैनात होने पर तीर्थयात्रियों को बालटाल आधार शिविर से नीचे उतरने की अनुमति है।
अधिकारियों के अनुसार बरारीमर्ग स्थित शिविर निदेशक और भारतीय सेना के कंपनी कमांडर खुद बचाव अभियान की निगरानी करते रहे। रास्ते में फंसे यात्रियों को सुरक्षित बालटाल बेस कैंप पहुंचाने के प्रयास दिनभर जारी रहे। सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर है। निकाले गए श्रद्धालुओं के लिए सेना ने खाने-पीने का भी प्रबंध किया है।
अमरनाथ यात्रा स्थगित होने पहलगाम और बालटाल मार्ग के आधार शिविर श्रद्धालु फुल हो गए हैं। जम्मू का भगवती नगर स्थित यात्री निवास भी श्रद्धालुओं से भर गया है। वीरवार को यहां से जत्था कश्मीर की ओर रवाना नहीं किया गया। जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार कठुआ जिले के लखनपुर में भी श्रद्धालुओं को रोका गया है।