जम्मू : जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ‘श्री सत्यपाल मलिक जी के निधन से दुखी हूं. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं. ऊं शांति.’ उधर, आरएमएल अस्पताल दिल्ली के डॉ. हिमांशु महापात्रा ने विस्तार से सत्यपाल मलिक की मृत्यु का कारण बताया है. उन्होंने कहा कि यह अचानक मृत्यु नहीं थी.
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. हिमांशु ने बताया कि वह (सत्यपाल मलिक) 79 वर्ष के थे और लगभग दो साल से बिस्तर पर थे. उन्हें लगभग दो महीने, 26 दिन पहले 11 मई की रात को UTI (मूत्रमार्ग में संक्रमण) और सीने में संक्रमण के कारण भर्ती कराया गया था.
- डॉक्टर ने बताया कि भर्ती किए जाते समय उन्हें सांस लेने में तकलीफ और सेप्टीसीमिया की समस्या थी.
- उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा था, जिनमें डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, गंभीर निमोनिया (जो सीने की पुरानी समस्याओं वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है), हाइपोथायरायडिज्म और दूसरी जटिलताएं शामिल हैं.
- डॉ. हिमांशु ने बताया कि इस हालात के बावजूद सत्यपाल मलिक को कई एंटीबायोटिक्स दी गईं और कुछ समय तक शिशुओं के जन्म के समय होने वाली मेनिन्जाइटिस (मस्तिष्क में संक्रमण और सूजन) का इलाज किया गया.
- उनकी हालत अस्थिर थी और लगभग 3-4 सप्ताह पहले उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.
- ट्रेकियोस्टोमी (सांस लेने में सहूलियत के लिए गर्दन में की जाने वाली सर्जिकल प्रक्रिया) भी की गई. इस दौरान सत्यपाल मलिक को किडनी फेल होने का अनुभव हुआ, जिसके लिए डायलिसिस किया गया. उन्हें गंभीर सेप्सिस भी हो गया.
- शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए डॉक्टर ने कई बार साइटोसॉर्ब थेरेपी (खून को साफ करने वाला उपचार) दी. कुछ सुधार हुआ, लेकिन संक्रमण सभी प्रकार के एंटीबायोटिक और एंटीफंगल उपचारों को बेअसर कर रहा था.
- पिछले 10 दिनों में उनकी हालत काफी बिगड़ गई थी. उन्हें अपना ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने के लिए दवा की आवश्यकता थी और उनकी हालत बेहद गंभीर थी.
- डॉक्टर ने कहा कि हमने मरीज के रिश्तेदारों को उनकी स्थिति के बारे में सूचित कर दिया था और वे पूर्वानुमान को समझ रहे थे. दुर्भाग्य से उनकी बीमारी की लाइलाज प्रकृति के कारण आज, 5 अगस्त को दोपहर लगभग 1:10 बजे उनका निधन हो गया.