बारामुला : नियंत्रण रेखा पर उड़ी सेक्टर में सोमवार को तड़के आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की। सेना के जवानों ने आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। सुरक्षा के मद्देनजर जवानों ने पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रखा है।
बारामुला जिले में रुक-रुककर बारिश हो रही है। सूत्रों के अनुसार, आतंकवादियों के एक दल ने अंधेरे और खराब मौसम की आड़ में उड़ी सेक्टर के टोरना क्षेत्र में घुसने की कोशिश की। नियंत्रण रेखा पर संदिग्ध गतिविधियां देख सेना के जवान सतर्क हो गए। जैसे ही आतंकियों ने भारतीय सीमा में कदम रखने की कोशिश तो जवानों ने ललकारते हुए फायरिंग कर दी। आतंकियों ने भी गोलियां चलाईं। दोनों ओर से गोलीबारी हुई जो कुछ देर बाद बंद हो गई।
घटना के बाद पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई है। बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार सेना की स्पेशल पैरा फोर्सेज तलाशी अभियान में उतरे हैं। हालांकि, इस घटना को लेकर देर रात तक आधिकारिक बयान नहीं आया है। बता दें कि 13 अगस्त को उड़ी सेक्टर में एलओसी पर पाकिस्तानी बैट के हमले में सेना का एक जवान बलिदान हो गया है।
पुंछ जिले के मेंढर में नियंत्रण रेखा पर स्थित बालाकोट सेक्टर में रविवार देर रात संदिग्ध ड्रोन देखा गया। इसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस और सुरक्षाबलों के अधिकारियों को सूचना दी। पुलिस और सीआरपीएफ टीमें तत्काल इलाके में पहुंचीं। उन्होंने सोमवार को दोपहर बाद तक तलाशी अभियान चलाया लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
सूत्रों के अनुसार इस ड्रोन को बालाकोट, लंगोट और गुरसाई नाला क्षेत्र के लोगों ने भी देखा। हालांकि, सेना ने इसकी पुष्टि नहीं की है। बता दें कि पिछले कुछ समय से पाकिस्तान की ओर से हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल का षड्यंत्र रचा जा रहा है। इसके चलते सुरक्षाबल पहले से ही सतर्क हैं।
गत वर्ष सुरक्षाबलों ने पाकिस्तानी ड्रोन एवं ड्रोन से गिराए जाने वाले हथियारों आदि की जानकारी देने वाले को तीन लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी।