यूट्यूब टीवी से हट सकते हैं फॉक्स चैनल, खेल और न्यूज देखने वालों को लग सकता है झटका

youtube-Chori-AI

न्यूयॉर्क : यूट्यूब टीवी और फॉक्स के बीच चल रहा समझौता विवाद दिन-प्रतिदिन और गहराता जा रहा है। ऐसे में अगर दोनों कंपनियां बुधवार शाम 5 बजे (स्थानीय समयानुसार) तक किसी नए समझौते पर नहीं पहुंचीं, तो फॉक्स के कई बड़े चैनल, जैसे फॉक्स स्पोर्ट्स, फॉक्स बिजनेस, फॉक्स न्यूज, एपएस1 और बिग टेन नेटवर्क यूट्यूब टीवी से हटाए जा सकते हैं। इससे गूगल के स्वामित्व वाली स्ट्रीमिंग सेवा यूट्यूब टीवी के लाखों सब्सक्राइबर्स को नुकसान हो सकता है, खासकर उन्हें जो कॉलेज फुटबॉल जैसे लाइव इवेंट्स और न्यूज चैनल देखते हैं।

बता दें कि मामले में यूट्यूब ने सोमवार को कहा कि फॉक्स उनसे बहुत ज्यादा भुगतान की मांग कर रहा है, जो बाजार में मौजूद बाकी चैनलों के मुकाबले अनुचित है। यूट्यूब का कहना है कि वह ऐसा समझौता चाहता है जो दोनों पक्षों के लिए उचित हो और सब्सक्राइबर्स पर अतिरिक्त खर्च का बोझ न पड़े। 

ऐसे में अगर फॉक्स के चैनल लंबे समय तक यूट्यूब टीवी पर उपलब्ध नहीं रहते, तो कंपनी सब्सक्राइबर्स को $10 का क्रेडिट देगी। यूट्यूब टीवी का बेस प्लान फिलहाल $82.99 प्रति माह है जिसमें 100 से अधिक लाइव चैनल मिलते हैं।

वहीं इस मामले में फॉक्स ने गूगल पर आरोप लगाया कि वह अपने बड़े प्रभाव का इस्तेमाल कर अनुचित शर्तें थोपना चाहता है। फॉक्स ने कहा कि वह समझौते के लिए तैयार है, लेकिन अगर गूगल ने गंभीरता नहीं दिखाई, तो दर्शकों को उनके पसंदीदा चैनल देखने से वंचित होना पड़ सकता है। इसके साथ ही विवाद के बीच फॉक्स ने दर्शकों को अपनी वेबसाइट keepfox.com पर जाने की सलाह दी है, जहां बताया गया है कि कौन-कौन से चैनल प्रभावित हो सकते हैं।

हालांकि इस मामले में अमेरिकी संचार आयोग (एफसीसी) के चेयरमैन ब्रेंडन कैर ने भी दखल दिया है। उन्होंने गूगल से इस विवाद को जल्द सुलझाने की अपील की है ताकि लाखों अमेरिकी दर्शक न्यूज और खेल का आनंद ले सकें, जिसमें इस हफ्ते का बड़ा मैच टेक्सास बनाम ओहियो स्टेट भी शामिल है।