तमिलनाडु : एआईएडीएमके महासचिव ने स्टालिन को घेरा

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मदुरै : एआईएडीमएके के महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी ने विदेश दौरे को लेकर सीएम एमके स्टालिन पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन विदेश गए हैं। वे राज्य में निवेश लाने नहीं, बल्कि यहां लूटे गए धन का निवेश करने गए हैं।

एक कार्यक्रम में पलानी स्वामी ने कहा कि डीएमके सरकार ने जर्मनी से 3,200 करोड़ रुपये लाने का दावा किया है। लेकिन सच्चाई यह है कि ये कारखाने एआईएडीएमके सरकार के दौरान ही स्थापित किए गए थे और अब उनका केवल विस्तार किया जा रहा है। 

वे इन विस्तारों के लिए विदेश में समझौते करते हैं और फिर झूठी खबर फैलाते हैं कि यह एक नया निवेश है। सिर्फ एक कंपनी के साथ उन्होंने 1,000 करोड़ रुपये के नए सौदे पर हस्ताक्षर करने का दावा किया। इस तरह वे लोगों को धोखा देते हैं।

उन्होंने कहा कि डीएमके झूठ फैलाता है मानो ये कारखाने उनके शासन के दौरान ही आए और उनकी वजह से राजस्व में वृद्धि हुई। उन्होंने एक निवेशक सम्मेलन भी आयोजित किया और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए, लेकिन उनमें से कोई भी अभी तक अमल में नहीं आया है।

आमतौर पर किसी कारखाने के शुरू होने में 2-3 साल लगते हैं। डीएमके द्वारा हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों में से 10% से भी कम पर अमल हुआ है। आज जो कारखाने चल रहे हैं, वे वही हैं जो एआईएडीएमके के शासन में हस्ताक्षरित किए गए थे।

पलानीस्वामी ने कहा कि तमिलनाडु में हत्या, डकैती और यौन उत्पीड़न जैसे अपराधों के बिना एक भी दिन नहीं गुजरता। डीएमके के सत्ता में आने के बाद तमिलनाडु में नशीली दवाओं की बिक्री में तेजी आई है। डीएमके के शासन के सिर्फ़ एक साल के भीतर ही नशीली दवाओं का दुरुपयोग तेजी से फैला है। मैंने इस मुद्दे को कई बार उठाया है, लेकिन मुख्यमंत्री ने कभी ध्यान नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि तमिलनाडु अब एक ड्रग स्टेट बन गया है। मदुरै नगर निगम सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार का एक जीता-जागता उदाहरण है। आपके द्वारा दिया जाने वाला टैक्स निजी जेबों में और DMK के लोगों के हाथों में जा रहा है। मदुरै नगर निगम के सत्तारूढ़ दल के मेयर 200 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल थे। जब सरकार की जांच शुरू हुई, तो पांच क्षेत्रीय अध्यक्षों ने इस्तीफा दे दिया। डीएमके भारत की एकमात्र ऐसी सरकार है जिसे भ्रष्टाचार के कारण पूरी तरह से बर्खास्त कर दिया गया था।