कटरा : जय माता दी के जयकारों और भक्तिमय भजनों की गूंज के बीच नवरात्रि के पहले दिन सोमवार शाम तक लगभग 10,000 भक्तों ने माता रानी के दर्शन किए। त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित इस पवित्र मंदिर को भव्य ढंग से सजाया गया है, जिससे पूरे कटरा शहर में आध्यात्मिक माहौल बन गया है।
नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव के लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने व्यापक इंतजाम किए हैं। बोर्ड के सीईओ सचिन कुमार वैश्य ने बताया कि प्रतिदिन 10,000 से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं की यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
पुलिस, सीआरपीएफ और अर्धसैनिक बलों के जवान जगह-जगह तैनात हैं। इसके अलावा, भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों को सही रास्ता दिखाने के लिए स्वयंसेवकों को लगाया गया है। 13 किलोमीटर लंबे यात्रा मार्ग पर पीने के पानी, मेडिकल स्टेशन और भीड़ प्रबंधन की पूरी व्यवस्था की गई है। इस साल श्राइन बोर्ड ने बेहतर संचार के लिए वायरलेस सेट भी शुरू किए हैं।
भक्तिगीत गाते हुए और ”जय माता दी” का जयकारा लगाते हुए भक्तजन सर्पाकार पथ से होते हुए पवित्र भवन की ओर बढ़ रहे हैं। गढ़वाल (उत्तराखंड) से आए हनुमंत सिंह ने बताया कि यह नवरात्रि के दौरान उनका पहला दौरा है और सजावट देखकर वे बहुत प्रभावित हुए हैं। पुणे की रहने वाली सिमिता ने बताया कि माता ने उन्हें सपने में दर्शन दिए, जिसके बाद वह यहां आने को मजबूर हुईं।
इस साल, 26 अगस्त को भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के चलते 22 दिनों तक यात्रा बंद रही थी, लेकिन 17 सितंबर से इसे फिर से शुरू कर दिया गया है। इसी बीच, 43वीं छड़ी यात्रा भी जम्मू के श्री रघुनाथजी मंदिर से शुरू होकर कटरा के रास्ते वैष्णो देवी मंदिर पहुंची, जहां शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की गई। नवरात्रि का यह त्योहार दुर्गा मां की पूजा के लिए समर्पित है और इस दौरान वैष्णो देवी मंदिर में भक्तों की सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है।