अमृतसर : मुंबई के बांद्रा टर्मिनस से अमृतसर आ रही पश्चिम एक्सप्रेस (गाड़ी नंबर 12925) ट्रेन के 2 एसी कोच कुछ ही मिनटों के अंतराल में 2 बार अलग होकर पीछे छूट गए। ये दोनों घटनाएं तब हुई जब ट्रेन चल रही थी। पहली घटना महाराष्ट्र और दूसरी घटना गुजरात में हुई है। इसके चलते यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठे।
हालांकि, रेलवे ने तुरंत कदम उठाते हुए उन डिब्बों को बदल दिया, जो बार-बार ट्रेन से अलग हो रहे थे। बताया गया है कि कपलिंग में तकनीकी खराबी आने से ये घटनाएं हुईं। सभी यात्रियों को सुरक्षित रवाना कर दिया गया। फिलहाल, यह ट्रेन 3 घंटा लेट है।
जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह 11 बजकर 35 मिनट पर पश्चिम एक्सप्रेस मुंबई के बांद्रा टर्मिनस से रवाना हुई थी। दोपहर करीब सवा एक बजे ट्रेन महाराष्ट्र के वनगांव और दहानू रोड स्टेशन के बीच दौड़ रही थी, इसी दौरान इसके एसी कोच ए1 और ए2 के कपलिंग में तकनीकी समस्या आई। इस वजह से ये दोनों कोच अलग हो गए।
इसके बाद ट्रेन को करीब 25 मिनट तक यहां रोका गया। ट्रेन के पायलट और अन्य कर्मियों ने अपने लेवल पर तकनीकी सुधार कर पौने 2 बजे ट्रेन को वहां से रवाना किया। गाड़ी अभी कुछ ही दूर चली थी कि दोपहर करीब 2 बजकर 10 मिनट पर गुजरात के संजन स्टेशन के पास एक बार फिर वही समस्या सामने आई।
चलती ट्रेन से वही एसी कोच फिर से अलग हो गए। इसके बाद गुजरात के वलसाड से तकनीकी कर्मचारी मौके पर बुलाए गए। दोपहर सवा 3 बजे एक विशेष लोकोमोटिव इंजन भी घटनास्थल पर पहुंचाया गया। यह इंजन उस ट्रेन को खींचकर वलसाड स्टेशन पर ले गया।
वलसाड स्टेशन पर रेलवे के अधिकारियों ने ट्रेन के दोनों कोच ए1 और ए2 को बदल दिया। यात्रियों को पहले के कोचों से उतारकर नए कोच में सवार किया गया। रेलवे ने उन्हें रिफ्रेशमेंट दी और उनके सामान को पुराने कोच से नए कोच में रखवाने के लिए रेलवे के कर्मी लगाए गए। इसके बाद ट्रेन को सभी सुरक्षा इंतजाम परखने के बाद आगे रवाना किया गया। आज रात यह ट्रेन अमृतसर रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी।
इस घटना के बाद वेस्टर्न रेलवे ने अपना बयान जारी किया। इसमें कहा गया- ट्रेन संख्या 12925 बांद्रा टर्मिनस-अमृतसर पश्चिम एक्सप्रेस में वनगांव और दहानू रोड स्टेशन के बीच ए1 और ए2 कोच की कपलिंग में तकनीकी समस्या आई थी।
ट्रेन के वलसाड स्टेशन पहुंचने के बाद खराब कोच को बदल दिया गया और सभी सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए गए। बयान में आगे कहा गया है- यात्रियों की सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही। रेलवे कर्मचारियों को यात्रियों की सहायता के लिए तैनात किया गया, ताकि वे अपना सामान एक कोच से दूसरे कोच में शिफ्ट कर सकें और यात्रियों को रिफ्रेशमेंट भी परोसा गया।
रेलवे के मुताबिक, इस पूरी घटना में किसी यात्री को चोट नहीं लगी और न ही किसी की यात्रा में बड़ी असुविधा हुई। हालांकि, ट्रेन की गति धीमी होने और मरम्मत कार्य के कारण यात्रा में देरी हो रही है। फिलहाल, यह ट्रेन 4 घंटे की देरी से चल रही है।